किसी भी यूजर्स के स्मार्टफोन अमूमन में 20–25 ऐप तो होते ही हैं। और हमेशा लोग इसकी स्टोरेज या ज्यादा संख्या की चलते परेशान भी हो जाते हैं। निश्चित तौर पर हर एक ऐप का अपना काम होता है जिसकी वजह से ऐप मोबाइल अपना जगह बनाए हुए रहता है। आइए एक ऐसा ऐप के बारे में जानते हैं। जो अकेले ही इन सबों ऐप के बदले काम करेगा।
अब अपने देश में भी सुपर ऐप पर तेजी से काम चल रहा है। दो महीने पहले ऐसी खबरें आई थीं कि नमक से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाला टाटा ग्रुप एक ऑल-इन-वन सुपर ऐप पर काम कर रहा है। ITC ने बीते हफ्ते ही एनुअल जनरल मीटिंग में किसानों के लिए एक ऐसा ही सुपर ऐप बनाने की घोषणा की है।
बता दें कि सुपर ऐप, एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां सभी जरूरत की वस्तुएं और सेवाएं मिलती हैं। साल 2010 में सुपर ऐप शब्द को ब्लैकबेरी फाउंडर माइक लैजारिडिस ने दिया था। सुपर ऐप एक मॉल की तरह की करता है। जहां सब तरह की सुविधाएं मिलती है।
बता दें कि भारत में जियो, पेटीएम, फोनपे जैसे कई ऐप्स सुपर ऐप्स बन चुके हैं। जो एक से अधिक सुविधाएं और प्रोडक्ट्स दे रहे हैं। जियो की योजना अपने प्लेटफॉर्म पर 100 से अधिक प्रोडक्ट्स और सर्विसेस देने का है। भारत में टाटा ग्रुप और ITC सुपर ऐप इकोसिस्टम में शामिल होने वाली नई कंपनियां हैं।
मालूम को हो टाटा ग्रुप अपने सुपर ऐप पर ग्रुप के अलग-अलग प्रोडक्ट्स और सर्विसेस को लाने की तैयारी में है। अगले महीने से इसका पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू होने वाला है। इसके लिए टाटा डिजिटल नाम से कंपनी बनाई गई है, जो कंज्यूमर-फेसिंग बिजनेसेस को साथ में लाएगी।