सफलता किसी परिचय की मोहताज नहीं होती। आज एक ऐसे शख्स की कहानी से रूबरू करवाने जा रहे हैं। जो कभी आर्थिक तंगी के चलते अखबार बांटने से लेकर सफाई करने का काम किया था और आज अपने संघर्ष के बदौलत ऑस्ट्रेलिया में 10 करोड़ की कंपनी का मालिक है।
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से आने वाले आमिर कुतुब अति साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं। आमिर की पिता आमिर को किसी सरकारी अफसर के रूप में देखना चाहते थे लेकिन पढ़ाई में आमिर की रुचि बहुत कम थी। 12वीं की पढ़ाई करने के बाद आमिर ने बीटेक में दाखिला लिया लेकिन पढ़ाई के प्रति उनका उदासीन रवैया को देखते हुए उनके शिक्षक ने यहाँ तक कह दिया कि तुम पूरे जीवन भर कुछ नहीं कर पाओगे।
पढ़ाई खत्म करने के बाद आमिर को जॉब का ऑफर भी मिला लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। इसके बाद दिल्ली चले गए जहां उन्होंने होंडा में भी कुछ समय काम किया। शुरू से ही बिजनेस करने की ख्वाहिश में आमिर ने यह नौकरी भी छोड़ दिया। वेब डिजाइनिंग का काम करने लगे। उनके कुछ क्लाइंट ऑस्ट्रेलिया व अमेरिका में भी थे।
अपने बिजनेस बनाने की चाह में आमिर स्टूडेंट विजा पर ऑस्ट्रेलिया चले गए। वहां उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में एमबीए में दाखिला लिया। पैसों के अभाव के चलते नौकरी की खोज में निकले। लेकिन उन्हें कहीं नौकरी नहीं मिला। फिर उन्होंने एयरपोर्ट पर सफाई करने का काम शुरू कर दिया, जिसके बदले उन्हें प्रति घंटा 20 डॉलर मिलते थे। रात में अखबार भी बेचने का काम करते थे।
आमिर को एक व्यक्ति से मुलाकात हुई। उन्होंने अपने काम बेव डिजाइन के बारे में बताया। धीरे-धीरे उनको कुछ क्लाइंट मिले। फिर वक्त का पहिया घूमा। आज उनकी कंपनी का टर्नओवर 10 करोड़ रुपये हो गया है और उनकी कंपनी में 100 स्थायी और 300 अस्थायी कर्मचारी कार्यरत हैं।