विश्व के पावरफुल देशों को पछाड़ते हुए चीन ने इको फ्रेंडली हाइड्रोजन ट्रेन को शुरू कर दिया है। हाइड्रोजन ट्रेन का परिचालन करने वाला चीन दुनिया का दूसरा देश बन गया है। प्रदूषण से मुक्त इस ट्रेन में कई सारी खूबियां है। एक दफा हाइड्रोजन ईंधन भरने के बाद यह ट्रेन आसानी से न्यूनतम 600 किमी की यात्रा करने में समर्थ है। आइए विश्व के देशों में तेजी से बढ़ रहे हाइड्रोजन ट्रेन के बारे में जानते हैं।
चीन ने शहरी रेलवे हेतु एशिया की पहली हाइड्रोजन संचालित ट्रेन को शुरू किया है। इस ट्रेन की रफ्तार भारत की शताब्दी तथा राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार के आसपास होगी। यह ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ने में सक्षम है। एक टैंक हाइड्रोजन फ्यूल भरने के पश्चात यह ट्रेन न्यूनतम 600 किमी की यात्रा करने में सक्षम हैं।
चीन की सीआरआरसी कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने देश के पहले अर्बन हाइड्रोजन ट्रेन का परिचालन शुरू किया है। हाइड्रोजन फ्यूल से चलने वाला यह एशिया का एकमात्र ट्रेन है। हाइड्रोजन ट्रेन चलाने वाला चीन विश्व का दूसरा देश बन गया है। इससे पहले जर्मनी ने विश्व की पहली हाइड्रोजन ट्रेन का संचालन शुरू किया था।
बता दें कि चीन में हाइड्रोजन ट्राम के उत्पादन का काम 2010 में शुरू हुआ था। सीआरआरसी ने साल 2021 में शंटिंग लोकोमोटिव को शुरू किया था। इस ट्रेन में 5जी डेटा ट्रांसमिशन इक्वीपमेंट्स, मॉनिटरिंग सेंसर हैं। हाइड्रोजन ट्रेन के परिचालन होने से हर साल न्यूनतम 10 टन डीजल के कॉर्बन डाईआक्साइड इमिशन की कमी होगी। ट्रेन पूरी तरह से इको फ्रेंडली है।