Ratan Tata का Tata ग्रुप अब अमेरिकी और कोरियाई कंपनियों को टक्कर देगा, इस सेक्टर में एंट्री की चल रही तैयारी

देश मे आए महामा री और ग्लोबल सप्लाई चेन प्रभावित होने के कारण हमारे देश भारत समेत पूरी दुनिया में सेमीकंडक्टर की किल्लत हो गई है। इस मौके का लाभ उठाने के लिए टाटा ग्रुप (Tata Group) सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट में पहल करने पर विचार कर रहा है। टाटा ग्रुप (Tata Group) ने हाल ही में 5G नेटवर्क से जुड़े उपकरणों की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर कई कंपनियों से पार्टनरशिप की है।

आपको बता दे महामा री के कारण उत्पादन प्रभावित होने और ग्लोबल सप्लाई चेन ठप होने के कारण सभी देश चिप और सेमीकंडक्टर की कमी का सामना कर रही है। भारत देश में घरेलू इंडस्ट्री भी इस परेशानी से जूझ रही है। इसका फायदा उठाने की कोशिश करते हुए अब टाटा ग्रुप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में एंट्री पर विचार कर रहा है। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने यह बात कही है।

इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की एनुअल जनरल मीटिंग में बोलते हुए चंद्रशेखरन ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल बाजार करीब 1 ट्रिलियन डॉलर का है। इस बाजार में बड़ी हिस्सेदारी पर कब्जा करने के अवसरों को भुनाने के मकसद से टाटा ग्रुप (Tata Group) ने पहले ही नए कारोबार की स्थापना कर ली है। टाटा ग्रुप (Tata Group) ने हाल ही में टाटा डिजिटल (Tata Digital) बिजनेस को बढ़ाने के लिए 5G उपकरणों की मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट में कदम रखा है। इसके लिए टाटा ग्रुप ने कई कंपनियों से साझेदारी की है। वहीं, साथ ही कंपनियों का अधिग्रहण भी कर रहा है।

सेमीकंडक्टर की मैन्युफैक्चरिंग के लिए चाहिए बड़ा निवेश।

सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए बड़े निवेश की आवश्यकता होती है। भारत में अभी तक सेमीकंडक्टर की मैन्युफैक्चरिंग करने वाली कोई कंपनी नहीं है। चंद्रशेखरन का कहना है कि इस समय ग्लोबल सप्लाई चेन पूरी तरह से चीन पर निर्भर है। महामा री और राजनीतिक कारणों से अब दुसरे देशों पर निर्भर हो रही हैं। ऐसे में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में दुनिया में दूसरा बड़ा हब बनने के लिए भारत के पास यह बढ़िया अवसर है। हालांकि, उन्होंने टाटा ग्रुप (Tata Group) के योजना की ज्यादा जानकारी साझा नहीं की है।

अलग-अलग प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा है टाटा डिजिटल।

आपको बता दें कि टाटा संस के चेयरमैन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा डिजिटल उपभोक्ताओं से जुड़े विभिन्न प्लेटफॉर्म्स तैयार कर रहा है। इसमें रिटेल, ट्रेवल, फाइनेंशियल सर्विसेज, हेल्थ और एजुकेशन शामिल हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम बार-बार खरीदे जाने वाले उत्पादों के साथ गैर-जरूरी खर्च से जुड़े उत्पादों पर भी ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी, क्लाउड और डाटा को तेजी से अपनाने की आवश्यकता है और टाटा ग्रुप (Tata Group) इसे प्रमुख प्राथमिकता के तौर पर मानकर विचार कर रहा है।

सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में अमेरिका का दबदबा।

आपको पता हो कि अभी सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में अमेरिका का दबदबा है। स्टेटिस्टा के डाटा के मुताबिक, 2019 में ग्लोबल सेमीकंडक्टर मार्केट में अमेरिका की 47 प्रतिशत साझेदारी थी। 19 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दक्षिण कोरिया दूसरे नंबर पर है। इसके बाद 10-10 प्रतिशत साझेदारी के साथ जापान तीसरे और यूरोपियन यूनियन चौथे नंबर पर हैं। 6 प्रतिशत साझेदारी के साथ ताइवान तीसरे और 5 प्रतिशत के साथ चीन चौथे नंबर पर हैं। अन्य देशों की 3 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

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