बिहार के 72 हजार प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को मिलने वाली मिड डे मील की निगरानी अब बिहार सरकार मोबाइल ऐप के जरिए करेगी। इसकी कवायद अभी से ही शुरू हो चुकी है। स्कूल खुलते ही शिक्षा विभाग मोबाइल एप्स से इसकी देखरेख करेगी। भोजन की क्वालिटी, क्वांटिटी और किचन की व्यवस्था पर सुचारू रूप से इसका निरीक्षण किया जाएगा।
स्कूल खोलने के बाद से ही शिक्षा विभाग बिहार ने मिड डे मील की निगरानी के लिए तैयारी लगभग–लगभग पूरी कर चुकी है। इससे पहले बिना देखरेख और निगरानी के स्कूलों में खाना की गुणवत्ता और व्यवस्था पर भी सवाल उठते रहे हैं, इसको लेकर राज्य सरकार ने यह फैसला लिया है।
करुणा काल से ही जहां बच्चों का पढ़ाई प्रभावित रहा, वहीं मिड– डे–मील को बंद कर दिया गया था लेकिन शिक्षा विभाग ने मिलते फिर से शुरू करने को लेकर योजना बना रही है। मोबाइल एप्स के माध्यम से निगरानी के दौरान जो विद्यालय हर पैमाने पर खड़े उतरेगी, बेहतर काम करेगी, सरकार के द्वारा वैसे विद्यालयों को सम्मानित भी किया जाएगा।
मध्यान भोजन योजना के लिए शिक्षा विभाग अधिकारियों को नियुक्त करेगी। विद्यालय में जाकर ये अधिकारी एप्स के माध्यम से निगरानी करेंगे और प्रतिक्रिया रिपोर्ट तैयार कर संबंधित विभाग को भी भेजेंगे।