लोगों के मोबाइल में जब कोई अनजान नंबर से कॉल आता है, तो लोग उस शख्स का पता लगाने के लिए ट्रूकॉलर का इस्तेमाल करते हैं। ट्रूकॉलर एप के तरह ही बिहार के प्रज्ज्वल ने अपना भारत कॉलर ऐप बनाया है, प्रज्वल बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले हैं। यह ऐप यूजर्स के लिए काफी सुरक्षित है। महज 15 दिनों के अंदर ही इस ऐप को डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों ने गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर लिया है।
पटना के मीठापुर के प्रज्ज्वल बिहार बोर्ड से इंटर की पढ़ाई करने के बाद बीटेक के लिए बेंगलुरु चले गए। बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एमबीए की पढ़ाई पूरी की। बता दें कि प्रज्ज्वल बीते साल ही पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए ऑनलाइन टेस्ट सीरीज की शुरुआत की थी, जिसके लिए उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया था।
प्रज्ज्वल ने इसी साल इस एप को बनाने के लिए अपने दो दोस्तों से विचार विमर्श किया। उनके दोस्त कुणाल और रंजीता ने भी इसके लिए हामी भर दी। तीन महीने की मेहनत के बाद यह एप पूरी तरह बन चुका था, फिर इसे इसी महीने की 15 अगस्त को इसे लांच किया गया। इस ऐप का नाम उन्होंने “भारत कॉलर एप” रखा है। जहां ट्रूकॉलर पर सुरक्षा को लेकर आरोप लगते आए हैं, वैसे में यह ऐप बेहतर विकल्प है। यह एप बेहद सुरक्षित है, इसमें यूजर्स की सारी प्राइवेसी को सीक्रेट रखा जाएगा।
महज 16 दिनों के अंदर डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों ने इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर लिया है। यह अननोन नंबर को अपने सर्वर पर खोज कर लोगों को उस शख्स की जानकारी देता है। इसके लिए 9 लोगों की टीम काम कर रही है। जल्द ही इसका विस्तारीकरण किया जाएगा।