देश के लिए कुर्बान होने वाले शहीद नायक दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल ने लोगों के लिए मिसाल पेश कर दिया है। जम्मू और कश्मीर में ऑपरेशन ‘रक्षक’ के दौरान 11 अप्रैल 2018 को आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अधिकारी दीपक नैनवाल शहीद हो गए थे तब उनकी पत्नी ज्योति नैनवाल ने यह वादा किया था कि वह अपने पति को अश्रुपूर्ण नहीं बल्कि गौरवपूर्ण श्रद्धांजलि देगी। 15 साल बाद शनिवार 20 नवंबर को ज्योति ने चेन्नई के अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी से स्नातक कर मिसाल पेश कर दी है और अपने किए गए वायदे को पूरा किया है।
पति दीपक की शहादत के बाद तुरंत ज्योति ने सशस्त्र बल अधिकारी कैडर में प्रवेश पाने के लिए सेवा चयन बोर्ड परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी थी। 11 महीने प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद ज्योति को लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त किया गया है। ज्योति के दोनों बच्चे, नौ साल की लावण्या और सात वर्षीय रेयांश परेड के बाद मां के ही जैसी वर्दी पहने हुए नजर आए। ज्योति ने एक इंटरव्यू में कहा कि मैं महार रेजिमेंट को धन्यवाद देना चाहूंगी। वे हर समय हमारे साथ खड़े रहे और आज मैं जो कुछ भी हूं, वह रेजिमेंट की वजह से ही हूँ।
दीपक के शहादत के समय ज्योति एक गृहिणी थीं। लेकिन माँ की एक सलाह ने उन्हें जीवन में अचानक एक नया मोड़ ला दिया। ज्योति को भारतीय सेना के प्रति समर्पण भाव को देखते हुए दीपक की मूल कंपनी ‘1 महार रेजिमेंट’ के ब्रिगेडियर चीमा और कर्नल एमपी सिंह ने उनके गुरु की भुमिका निभाई।
ज्योति की बेटी लावण्या ने एक टीवी चैनल को बताया कि मुझे अपनी मम्मा पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है। वह हमेशा कहती थीं कि वह एक आर्मी ऑफिसर बनेंगी। आज उन्होंने अपना सपना पूरा कर लिया है। वह दुनिया की सबसे अच्छी माँ हैं। मैं उनसे बहुत प्यार करती हूं। ज्योति और उनके बच्चों की वर्दी वाली या वीडियो इंटरनेट पर जमकर वायरल हो रही है। अपने प्रियजन को खोने के बाद का यह अभूतपूर्व पल आपके चेहरे पर भी मुस्कान ला देगा।