बिहार के सीतामढ़ी में रामायण रिसर्च काउंसिल अपने ओर से माता सीता की विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति बनाएगी। मूर्ति निर्माण के लिए श्री भगवती सीता तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया गया है। स्थानीय सांसद सुनील कुमार पिंटू को इसका अध्यक्ष बनाया गया है। मीडियाकर्मी से बातचीत में काउंसिल के नेशनल को-ऑर्डिनेटर सह जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर हिमालय होगी वीरेन्द्रानंद जी महाराज ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि काउंसिल, केंद्र एवं राज्य सरकार की सहायता और लोगों के जन सहयोग से इस काम को पूरा किया जाएगा।
काउंसिल के संस्थापक कुमार सुशांत ने जानकारी दी कि मां सीता की यह मूर्ति 251 मीटर ऊंची होगी। भव्य प्रतिमा के चारों तरफ वृत्ताकार आकार में भगवती सीता की 108 मूर्ति स्थापित की जाएगी। इन मूर्ति के दर्शन के लिए इस जगह को नौका विहार के तर्ज पर विकसित किया। यहां एक डिजिटल म्यूजियम, शोध संस्थान और अध्ययन केंद्र भी बनाया जाएगा।
स्थानीय सांसद और समिति के नवनियुक्त अध्यक्ष सुनील कुमार पिंटू ने बताया कि 10 एकड़ भूमि की जरूरत होगी। इसके चयन के लिए जिले में पहल शुरू हो गई है। इसी कड़ी में मठ-मंदिर के महंत से भी बातचीत हुई है। जिले में कही भी यह स्थल हो सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक कुल 21 सदस्य क्षेत्र समिति का हिस्सा होंगे। देश के हर राज्य से एक सदस्य को समिति में शामिल किया जाएगा। विश्व के ऐसे देश जहां सनातन धर्म के अधिकांश लोग हैं, उन देशों से एक प्रतिनिधि सदस्य को शामिल किया जाएगा। राज्य एवं केंद्र सरकार को समिति के अध्यक्ष कार्य प्रगति से रूबरू करायेंगे। (इस आर्टिकल में चित्रों का प्रयोग सांकेतिक रूप से किया गया है।)