यूपीएससी देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा है। इसके लिए छात्र दिन के 12 से 14 घंटे तक की तैयारी करते हैं। आईएएस बनने की चाह में युवा कोचिंग संस्थान में एडमिशन लेकर इसकी पुख्ता तैयारी करते हैं, इसके लिए अच्छी–खासी रकम भी लगती है। किसी IAS से ही इसकी परीक्षा को रणनीति के बारे में बेहतर तरीके से समझा जा सकता है। कहानी सर्जना यादव की है, जिन्होंने ने बिना किसी कोचिंग क्लासेस के सेल्फ स्टडी कर सिविल सर्विसेज की तैयारी की और यूपीएससी के जारी परिणाम में 126वां रैंक हासिल कर सफलता का परचम लहराया।
सर्जना यादव 10वीं और 12वीं की पढ़ाई गांव से ही करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली का रुख किया। दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद सर्जना टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया में रिसर्च अधिकारी रहते हुए ही सिविल सर्विसेज की तैयारियां करती रहीं। शुरुआती दोनों प्रयास में सर्जना को और सफलता हाथ लगी।
नौकरी करना और यूपीएससी की तैयारी करना दोनों एक साथ सर्जना के लिए मुश्किल भरा काम था। इसलिए उन्होंने नौकरी को त्यागपत्र दे दिया। अब बिना किसी कोचिंग क्लासेस को ज्वाइन करें ही, घर पर ही एक विशेष रणनीति के तहत यूपीएससी की तैयारियों पर अपना ध्यान एकत्रित किया। सर्जना UPSC की परीक्षा दी। उनकी मेहनत रंग लाई, यूपीएससी के जारी परिणाम में सर्जना ने बाजी मारते हुए 126 वीं रैंक हासिल की। अपने परिवार के सपनों को साकार किया।
सर्जना यूपीएससी की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए कहती है, अखबार पढ़ने की आदत डाल लेनी चाहिए। रोजाना अखबार पढ़ने से करंट अफेयर्स और तत्कालीन मुद्दों से जुड़ी जानकारी प्राप्त होती रहती है। जो बहुविकल्पीय में काफी कारगर सिद्ध होता है। किसी ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए
भी इसे पढ़ा जा सकता है। सर्जना कहती है, यूपीएससी का सिलेबस काफी बड़ा होता है। जिसको दो–तीन किताबों से भी कवर करना मुश्किल होता है, इसलिए किसी एक अच्छे किताब से ही इसकी तैयारी करें।
यूपीएससी की तैयारियों के लिए सुझाव देते हुए सर्जना कहती है, इसके लिए जिन्हें गाइडेंस की जरूरत है, वही कोचिंग क्लासेस का रूख करें। जो आत्मविश्वास से लबरेज है, अपने पढ़ाई के प्रति उन्हें पूरी प्रतिबद्धता है। वैसे उम्मीदवार स्वाध्याय करके ही इसकी तैयारी करें और इसका एग्जाम दे नि:संदेह उन्हें सफलता मिलेगी।