महिलाओं को लेकर हमेशा से तत्पर रहने वाली सीएम नीतीश की सरकार ने एक और नई सौगात दी है। 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सीएम नीतीश ने बिहारवासियों के लिए अपना पिटारा खोल दिया। प्रदेशवासियों के विकास के लिए एक के बाद एक कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की।
महिलाओं को विशेष तब्बजों देते हुए सीएम ने महिलाओं को BPSC की अंतिम परीक्षा के लिए 1 लाख रुपए जबकि स्कूलों के प्राचार्यों की नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा के जरिये कराने, बिहार के सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता केंद्र की तर्ज पर 17 प्रतिशत करने, प्रदेश में 3 नए कृषि विश्वविद्यालय का निर्माण, अगले 4 साल में सहकारी समितियों का विस्तार, सुधा डेयरी का प्रखंड पंचायत स्तर तक विस्तार और बिहार के हरित आवरण को 17 प्रतिशत तक पहुँचाने का लक्ष्य को सम्मिलित किया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश ने ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को अद्वितीय बताते हुए बिहार में कोरोना से लड़कर आगे आने की बात कही। सीएम ने कहा सरकार तेजी से टीकाकरण करा रही है। सूबे में कारोबार को बढ़ावा देने के लिए सरकार उद्यमी योजना के तहत 10 लाख का लोन दे रही है जिसके नियमों में भी ढील दी गई है।
सीएम नीतीश बिहार को विकसित बनाने हर वो तमाम बातें कही जो सीएम का शुरू से चुनावी एजेंडा भी रहा है। सीएम नीतीश ने इस पर जोर देते हुए कहा– राज्य के सभी गांवों को अगले 4 साल में दुग्ध सहकारी समितियां से आच्छादित किया जाएगा।
जितनी भी नई समितियां बनेंगी उनमें से 40 प्रतिशत समितियों में महिलाओं की भागीदारी होगी।
कृषि पर जोर देते हुए सरकार आगामी समय में
राज्य के किसानों को कृषि उत्पादों के लिए बाजार की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी कृषि बाजार समितियों का विकास चरणबद्ध तरीके से करेगी। जहां अनाज, फल-सब्जी एवं मछली की अलग-अलग बाजार व्यवस्था, स्टोरेज की सुविधा के लिए 2700 करोड़ का सरकार ने बजट बनाई है।