अब राजधानी पटना के लोग भागलपुर के शहद का स्वाद चखेंगे। यह खबर सुनते ही किसानों के चेहरे की रौनक बढ़ गई है। उद्योग विभाग इसके लिए प्रस्ताव भेजने की कवायद में जुटा है। किसान प्रदीप कुमार कहते हैं कि अब हम लोगों के लिए मार्केट उपलब्ध होगा। इससे हमारे काम को बड़ा बाजार मिलेगा। किसान ने बताया कि बाजार नहीं रहने के चलते हम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, पर अब उद्योग विभाग की इस पहल से हमलोगों की उम्मीदें जग गई है।
किसान प्रदीप कुमार ने दैनिक भास्कर को बताया कि कोरोना के चलते 2020 में दिल्ली में नौकरी चली गई। इसके बाद उद्योग विभाग ने योजना लाई। मैंने 2021 में शहद प्रोसेसिंग प्लांट लगाया। भागलपुर में पिछले एक साल में 1700 KG शहद की बिक्री की। यहां लोगों का अच्छा रिस्पांस मिलता है लेकिन बाजार नहीं रहने के चलते मार्जिन परसेंटेज कम है। अब उम्मीद है कि उद्योग विभाग के इस पहल से उत्पादन बढ़ेगी और भागलपुर के हनी की पहचान पूरे राज्य में मिलेगी।
किसान प्रदीप कुमार ने बताया कि मुनाफा कम होने के चलते कई लोगों की रोजगार भी छीन गई है। प्रोसेसिंग प्लांट लगाने के समय 30 लोगों को रोजगार उपलब्ध हुआ था लेकिन अभी मात्र 12 लोग ही काम में लगे हैं। किसान ने दावा करते हुए कहा कि 100 प्रतिशत शुद्ध शहद ग्राहकों को मिलेगा। एक किलो शहद की कीमत 410 रुपए है। तीन वेराईटी में फिलहाल इसका उत्पादन हो रहा है। 300 किलो शहद तैयार होने में 36 घंटे का वक्त लगता है।