बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूसरे सोमवार को जनता के दरबार में उपस्थित होकर लोगों की फरियादें सुनी. जनता दरबार का समय समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे.
सवाल-जवाब के क्रम में मुख्यमंत्री से सवाल किया गया कि पेट्रोल-डीजल की कीमत 100 रुपये के पार पहुंच गई है. तेजी से बढ़ रही तेल की कीमतों से जनता को निजात देने के लिए पहल करेंगे? क्या केंद्र सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से इस पर लगने वाले टैक्स कम करके लोगों को राहत दी जा सकती है? इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि ‘रेट तो बढ़ रहा है, पर इसको लेकर क्या करना चाहिए, इस पर नहीं सोचा है। अब विचार करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अखबार में हम रोज देखते हैं कि पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ रही है.’
आगे जब दिल्ली की सीमा पर लंबे वक़्त से चल रहे किसान आंदोलन को लेकर पूछे गये सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि यह कुछ राज्यों की बात है. कुछ इलाकों में नई कृषि नीति को लेकर विरोध हो रहा है. इसको लेकर आपस में कई बार बातचीत भी हुई है. आगे नीतीश कुमार ने कोरोना का हवाला देते हुए कहा कि कोरोना के दौर में निरंतर आंदोलन करना ठीक नहीं है. मेरा सबसे अनुरोध है कि कोरोना के इस दौर में इतनी तादाद में जमा होकर आंदोलन करना ठीक नहीं है.