बिहार वासियों के लिए गुड न्यूज़ है। बिहार के छोटे-बड़े शहरों के बीच परिवहन विभाग नई बस सेवा शुरू करने जा रहा है। इसके साथ ही बिहार व झारखंड के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने की पहल की गई है। राज्य से सटे यूपी में में भी कई सड़क रूट से जाना आसान हो जाएगा। सरदार किसने में से आम जनों को खूब सुविधा मिलने की उम्मीद है।
बता दें कि प्रदेश के कई छोटे-बड़े शहरों के बीच नई बसें चलेंगी। इसके साथ ही बिहार से झारखंड में यूपी के बीच कई मार्गों पर पीपीपी मोड के तहत नई बसों का परिचालन होगा। इसके लिए गाड़ी मालिकों से बिहार राज्य पथ परिवहन निगम में आवेदन आमंत्रित किया है। टेंडर फाइल करने की आखिरी तारीख 23 अगस्त तय की गई है। राज्य के अंतर्क्षेत्रीय रुटों पर बसों के परिचालन के लिए पांच हजार रुपये एवं दस हजार रुपए प्रति बस की राशि डिमांड ड्राफ्ट से देना होगा। बिहार से झारखंड और बिहार से उत्तर प्रदेश रूट के लिए हर बस पर 20 हजार रुपए देने होंगे।
बिहार में अंतक्षेत्रीय मार्ग के कुल 55 रूट है। इनमें से सबसे अधिक 8 बसें दरभंगा से समस्तीपुर के बीच चलाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त पटना से गोपालगंज तक छह और दरभंगा से भागलपुर, समस्तीपुर से घोड़ासहन, दरभंगा से मधवापुर, गया से कुर्था, लहेरियासराय से सीतामढ़ी, पटना से मुंगेर, मुंगेर से गया आदि मार्गों पर चार-चार बसें चलाए जाने की तैयारी है। इसके साथ ही ज्यादातर रुटों पर दो-दो बसें चलाने का प्लान है।
बिहार से झारखंड के बीच दस मार्गों पर बसें चलाने की तैयारी है। इनमें गया-टाटा, गया-देवघर, गया-बोकारो, नवादा-रांची, पटना-टाटा, पटना-डाल्टेनगंज, पटना-रांची, पटना-दुमका, पटना-देवघर और पटना-हजारीबाग रूट शामिल हैं। यूपी के लिए गया-सारनाथ, पटना-वाराणसी, पटना-बलिया, वाराणसी-डेहरी, देवरिया-पटना, अलीनगर-डेहरी, बलिया-बक्सर, रामनगर-भभुआ, बक्सर-उजियारघाट, भभुआ-वाराणसी, छपरा-बलिया, वाराणसी-गया, आजमगढ़-मुजफ्फरपुर, छपरा-गोरखपुर और लखनऊ-गया रूट शामिल हैं।