बिहार के 8386 मिडिल स्कूलों में से लगभग 6000 विद्यालयों में खाली एक-एक शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य अनुदेशकों के पदों पर भर्ती की जाएगी। शिक्षा विभाग इसके लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशालय नए सिरे से जल्द ही आवेदन मांगेगा। प्राथमिक शिक्षा निदेशक रवि प्रकाश ने तमाम जिला शिक्षा अधिकारियों से सोमवार यानी 7 नवंबर तक खाली रह गए पदों का ब्यौरा मांगा है। बता दें कि जिलों की रिक्ति का ब्यौरा नियोजन इकाईवार और कोटिवार देना होगा।
इसी साल के शुरुआत में शिक्षा विभाग ने 8386 मिडिल स्कूलों में शारीरिक शिक्षा स्वास्थ्य अनुदेशकों के एक-एक पद पर बहाली के लिए आवेदन मांगा था। इन अनुदेशकों को प्रति महीने 8000 रूपए का तन्खवाह दिया जाना है। प्रति वर्ष 200 रुपए वेतन में बढ़ोतरी का प्रावधान है। मई में प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को नियोजन की रिपोर्ट जिलों से मिल चुकी है। 8386 पदों में केवल 2350 पर बहाली की सूचना जिलों के द्वारा मिली है।
समीक्षा बैठक में यह साफ हुआ है कि अधिकतर नियोजन इकाइयों में पद खाली रखा है और वहां कोई आवेदन मौजूद नहीं है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 2019 में शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य निदेशक पद पर भर्ती के लिए योग्यता परीक्षा ली थी। इसमें लगभग 3500 उम्मीदवारों को सफलता मिली। अब अगर 2300 बहाल हो चुके हैं तो 1200 ही योग्य उम्मीदवार मौजूद हैं। प्राथमिक निदेशालय के द्वारा नवम्बर में ही पुनः आवेदन लेने की तैयारी है। इस तरह तमाम 1200 अभ्यर्थियों की भर्ती फिक्स है।
अप्रैल और मई में शारीरिक अनुदेशकों की चली भर्ती प्रक्रिया की समीक्षा के समय साफ हुआ है कि यूपी सहित निटकवर्ती प्रांतों के सफल उम्मीदवारों से सीवान, रोहतास, गोपालगंज, औंगाबाद, बक्सर, आरा, कैमूर आदि की सीटें फुल गई हैं। वहीं खगड़िया, भागलपुर, किशनगंज, बांका, पूर्णिया आदि में आवेदन नहीं आए। दरअसल इसका एक कारण कम तनख्वाह होना है, जिससे कोई भी उम्मीदवार दूर-दराज के जिलों में योगदान देना नहीं चाहता। नये सिरे से आवेदन लेने से उम्मीदवार अपनी पसंद के मध्य विद्यालय में नियोजित हो पाएंगे।