बिहार में 19 जुलाई से दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय होगा। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 14 जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी में कम लोड का इलाका बनने की उम्मीद है। इसके चलते अगले हफ्ते में राज्य के अधिकांश हिस्सों में 19 जुलाई से मेघगर्जन के साथ ही मध्यम स्तर तक की बारिश का पूर्वानुमान है। 19 जुलाई से 23 जुलाई के बीच राज्य भर में बादल छाए रहने के साथ ही बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। मौसम विज्ञान केंद्र में प्रदेश के किसानों को सुझाव दिया है कि इस दौरान धन रोपनी का काम पूरा कर लें।
मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो जुलाई माह में सामान्य से 86 फीसद कम बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके चलते खेती और किसानी पर प्रतिकूल प्रभाव डला है। बारिश की कमी के वजह से प्रदेश के अधिकांश जिलों में सूखे की स्थिति बनी है। मौसम विज्ञानी के मुताबिक पूरे मॉनसून सत्र में 1 जून से 13 जुलाई के बीच राज्य में सामान्य से 38 फीसद कम बारिश हुई। राज्य में सामान्य बारिश 313.1 मिनी होनी थी मगर इस दौरान 192.5 मिमी बारिश हुई। मौसम विज्ञानी कौन सा है 19 जुलाई के बाद राज्य में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने से खेतिहरों को राहत मिलेगी। राज्य के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश होने की उम्मीद है।
राज्य में पुरवा हवा का प्रभाव बना है। मानसून ट्रफ-रेखा कोटा, बीकानेर, उड़ीसा, रायपुर के दक्षिणी समुद्री तट पर कम दबाव का क्षेत्र के सेंटर से होते हुए दक्षिण पूर्व दिशा की तरफ होते हुए पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर गुजर रही है। इसके चलते आने वाले 24 घंटों के दौरान राज्य के उत्तरी हिस्से, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम हिस्से के एक दो जगह पर छिटपुट बारिश होने की उम्मीद है। जबकि दक्षिणी पश्चिमी हिस्से में मौसम शुरू होने के साथ ही प्रचंड गर्मी से लोगों को परेशानी होगी। राज्य के बाकी हिस्सों में आंशिक बादल रहेंगे।
राजधानी सहित राज्यभर के लोग उमस भरी गर्मी से परेशान है। बीते दिन बुधवार को सामान्य से 3 डिग्री पारा ऊपर चढ़ने के साथ ही पटना का अधिकतम पारा 37.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि राज्य का सबसे गर्म जगह शेखपुरा 38.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, फारबिसगंज, रोहतास और पूर्वी चंपारण को छोड़कर राजधानी सहित बाकी जिलों के तापमान में बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई।