आज के डिजिटल जमाने में सारी चीजें तकनीक के सहारे चल रही है। मानव जीवन की अधिकांश एक्टिविटीज डिस्टल प्रक्रिया पर निर्भर हो गई है। अब दुधारू पशुओं से दूध निकालने के लिए भी डिजिटल मशीन इस्तेमाल में लाए जा रहे हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में डिजिटल विधि से दुधारू मवेशी से दूध निकालने का काम शुरू हो गया है। जिले के बरम ब्रम्हपुरा निवासी युवा पशुपालक प्रभात कुमार ने दिल्ली से मिल्क मशीन मंगवाया है। एक साथ दो मवेशी से महज 5 मिनट में 30 लीटर तक दूध निकाला जा सकता है।
प्रभात ने हिंदुस्तान समाचार को बताया कि पशुपालकों के लिए यह मशीन बेहद कारगर है। अधिक संख्या में पशु पालने वाले किसानों के लिए हाथों से दुधारू पशुओं का दूध निकालना बहुत मुश्किल काम है। इसके लिए वह मजदूर रखकर दूध निकालते हैं, जिससे ज्यादा खर्च बढ़ जाता है। दूध निकालने वाली मशीन के इस्तेमाल से मैन पावर की बचत तो होगी ही और समय भी कम लगेगा।
प्रभात कुमार ने बताया कि लंबे समय से मिल्किंग मशीन लगाने की सोच रहे थे। लिहाजा उन्होंने पंजाब और हरियाणा के पशु पालकों से संपर्क भी स्थापित किया। मशीन से जुड़ी हुई जानकारी प्राप्त करने के बाद वे दिल्ली से मशीन खरीदे। उन्होंने जानकारी दी कि मशीन से दूध निकालने से दूध की क्वालिटी भी बेहतर होती है। इससे बाहर में किसी भी बाहरी गंदगी के मिलावट की संभावना खारिज हो जाती है। मशीन से दूध निकालने पर मवेशी में थन से जुड़ी हुई कोई भी समस्या नहीं होती है थन को साफ करके मशीन दूध में बाहर निकालता है।
प्रभात बताते हैं कि बिहार के बेगूसराय, पटना और मुंगेर जिलों में भी अधिक संख्या में पशुपालक डिजिटल मिल्किंग तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। उत्तर बिहार में इस मशीन का इस्तेमाल करने वाले प्रभात पहले शख्स हैं। इलाके के पशुपालक वी मशीन से जुड़ी हुई जानकारी लेने प्रभात के पास पहुंच रहे हैं।