भागलपुर में टेक्सटाइल पार्क खुलने की उम्मीदें और भी बढ़ गई है। उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इस पार्क खुलने के लिए भागलपुर के जिलाधिकारी को 1000 भूमि अविवादित भूमि उपलब्ध कराने की बात कही है। अपर मुख्य सचिव द्वारा खत मिलने के बाद जिले के सभी 16 प्रखंडों में जमीन खोजा जा रहा है। राजस्व विभाग ने सभी प्रखंड अधिकारियों को अविवादित भूमि से जुड़ी हुई रिपोर्ट शीघ्र भेजने का निर्देश दिया है। यदि एक हजार एकड़ भूमि उपलब्ध नहीं होती है तो प्रोजेक्ट लौटने का खतरा बना हुआ है।
बता दें कि वित्तीय साल 2021-22 के केंद्रीय बजट में सात पीएम मेगा एकीकृत टेक्सटाइल क्षेत्र एवं परिधान पार्क खोलने का ऐलान हुआ था। 21 अक्टूबर 2021 को मित्र पार्कों की स्थापना के लिए कपड़ा मंत्रालय ने नोटिस जारी करने के बाद संबंधित राज्यों को भूमि से जुड़ी हुई प्रस्ताव मांगी थी। कोविड के चलते यह पत्र फाइलों में ही दबी रह गई। अब प्रतिबंध खत्म होने के बाद एक बार फिर से पीएम मित्र पार्क के लिए भूमि खोजना शुरू हो गया है।
विभागीय अधिकारियों ने जानकारी दी कि पार्क की स्थापना के लिए भागलपुर जिला को राज्य सरकार ने पहली प्राथमिकता पर रखा है। यहां सिल्क से लेकर हैंडलूम कपड़े बनाने का काम कई दशकों से होता रहा है यही कारण रहा कि सरकार ने भागलपुर का नाम पहले रखा है। बता दें कि एक साल का टर्नओवर यहां का लगभग 500 करोड़ का है। ऐसे में पार्क बनता है तो रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे और कारोबार का नया आयाम मिलेगा।
बता दें कि सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड के तहत पार्क बनाना है। इसमें बिहार सरकार को 51 फीसदी और 49 फीसदी राशि केन्द्र सरकार को खर्च वहन करना ह। पार्क के खुले जाने से एक लाख प्रत्यक्ष और दो लाख अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार मिलेगा। जिले के एडीएम राजेश झा राजा ने कहा कि पाक बनाने के लिए उद्योग मांगने 1000 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। इस बाबत जिले के सभी प्रखंड के सीईओ को निर्देश दिया गया है, इसके बाद उद्योग विभाग को रिपोर्ट सौंपा जाना है।