बिहार की बेटी भाभा परमाणु अनुसंधान में बनी विकिरण सुरक्षा अधिकारी, संघर्षों से भरा रहा है सफर।

एक बार फिर से बिहार की बेटी ने अपने प्रतिभा के दम पर बड़ी कामयाबी हासिल की है। इस सफलता से पूरा परिवार और आसपास के इलाके के लोग मोनिका पर गर्व महसूस कर रहे हैं। राज्य के माधोपुरा के ग्रेस मोनिका ने भाभा परमाणु अनुसंधान मुंबई में सफलता पाई है।

राज्य के मधेपुरा से आने वाली ग्रेस मोनिका पढ़ाई में शुरू से ही मेधावी छात्र आ रही है। दसवीं के पढ़ाई के बाद साइंस स्ट्रीम से 12वीं की पढ़ाई पूरी की। पिता डॉक्टर है, लिहाजा उन्होंने भी मेडिकल फील्ड के तरफ रुख किया। साल 2019 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के संत स्टीफेंस कॉलेज से फिजिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। जिसके बाद टाटा मेमोरियल अस्पताल में न्यूक्लियर मेडिसिन की शिक्षा के लिए मुंबई चली गई।

मोनिका पढ़ाई करती रही, लेकिन शुरू से ही वैज्ञानिक बनने की चाहत में उन्होंने इसके लिए भी जी जान से मेहनत करती रहीं।
इस दौरान भारत सरकार के अधीन भाभा परमाणु अनुसंधान मुंबई ने न्यूक्लियर मेडिसिन के प्रवेश परीक्षा आयोजित की।
प्रवेश परीक्षा को पास करने के बाद मोनिका का बीते 3 सितंबर को इंटरव्यू हुआ।

इंटरव्यू में ग्रेस मोनिका ने सफलता पाई। फिर भाभा परमाणु अनुसंधान मुंबई में उन्हें नाभिकीय औषधि, विक्रम सुरक्षा अधिकारी के लिए चयनित किया गया। अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को देने वाली मोनिका बताती है, कि वह पढ़ाई के प्रति शुरू से ही सकारात्मक रही हैं। मोनिका आगे चलकर न्यूक्लियर मेडिसिन मैं डॉक्टरेट की डिग्री हासिल कर कैंसर रोगियों के लिए अनुसंधान और उपचार करना चाहती है

मालूम हो कि भाभा परमाणु अनुसंधान भारत सरकार के लिए परमाणु परीक्षण उपकरण और विकिरण उत्पाद का काम करता है। इस संस्थान ने देश के लिए कई ऐतिहासिक और सफल परीक्षण किए हैं। नाभिकीय औषधि के तहत कैंसर रोगियों का इलाज, औषधि का लोगों के बीच जागरूक करना। यह सब भाभा अनुसंधान मुंबई का प्रमुख कार्यों में से एक है

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