राज्य की राजधानी पटना में छठ महापर्व की धमक अभी से ही दिखने लगी है। राजधानी के 92 घाटों में 57 घाटों पर छठ महापर्व के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है। जलस्तर में बढ़ोतरी होने के चलते 35 घाटों पर सफाई का काम बाधित है। जल स्तर में कमी होते ही इन घाटों पर भी काम शुरू हो जाएगा। नगर आयुक्त हिमांशु वर्मा ने कहा कि 5 नवंबर को ही सभी घाट पूरी तरह तैयार कर लिए जाएंगे। तीन चरणों में घाटों की सफाई होनी है। 7 नंबर से छठ व्रती घाट पर आ जा सकेंगे। प्रत्येक घाट के 1 किलोमीटर के दायरे में नो टॉलरेंस एरिया होगा।
दिवाली के बाद गंगा में प्रवाहित होने वाले पूजा सामग्री और मूर्तियों पर रोक लगा दी गई है इसके लिए सफाई निरीक्षक पूरी तरह मौजूद रहेंगे। राजधानी गंगा के 93 घाटों के सफाई में कुल 1307 सफाई मजदूर और 133 सफाई पर्यवेक्षक जुटे हुए हैं। हर घाट पर 10 सफाई मजदूर और एक पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। नगर निगम के देखरेख में घाटों के सफाई का काम हो रहा है।
बता दें कि हाल ही में नगर निगम के बैठक में गंगा घाटों के सफाई के लिए संवेदक ने विरोध किया था लेकिन साल 2019 और 2020 में छठ घाटों को तैयार करने में खर्च हुए 20 करोड़ से अधिक राशि का बकाया नगर विकास एवं आवास विभाग ने नहीं दिया था। धरना देने के बाद भुगतान करने की बात कहीं गई जिसके बाद साल 2021 के लिए घाटों पर पूरे जोरों शोरों से तैयारी और सौंदर्यीकरण का काम तेजी से चल रहा है।