राजधानी पटना के अधिकांश हिस्सों में भूमि, मकान, फ्लाइट आदि का निबंधन बिना सर्किल रेट बढ़ाए ही महंगा हो सकता है। निबंधन विभाग को पटना जिला निबंधन कार्यालय ने प्रस्ताव भेजा है, जिसमें रोड को प्रमोट किया गया है। इसके मुताबिक अब 20 फुट के बजाय 15 फुट से ज्यादा चौड़ी रोड को मुख्य सड़क और 25 फुट से ज्यादा 24 सड़क को प्रधान सड़क के रूप में अधिसूचित करने की बात सामने आई है। बता दें कि जिन रोडों को मुख्य सड़क से प्रधान सड़क के रूप में बदला जाएगा उसके साइड की जमीन का सर्किल रेट 10 लाख तक बढ़ेगा।
बता दें कि इस समय मुख्य सड़क का सर्किल रेट 16 लाख और प्रधान सड़क का सर्किल 26 लाख रुपए है। सर्किल रेट के अनुसार ही निबंधन शुल्क लगता है, ऐसे में निबंधन शुल्क महंगा होगा। मिली खबर के मुताबिक, गोला रोड, बोरिंग रोड से पाटलिपुत्र तरफ जाने वाली रोड सहित कई अन्य सड़कों को शीघ्र ही प्रधान सड़क माना जाएगा। इस समय राजधानी की अधिकांश सड़कें ब्रांच रोड के रूप में जानी जाती है।
मिली जानकारी के अनुसार, निबंधन विभाग जिला निबंधन दफ्तर के इस प्रस्ताव पर सकारात्मक रवैया अपना रहा है। अगर नगर विकास विभाग इस प्रस्ताव को अधिसूचित कर जिला निबंधन कार्यालय को सौंपता है तो यह धरातल पर लागू हो जाएगा। जिला निबंधन कार्यालय का मानना है कि उनका प्रस्ताव फरवरी के आखिर तक या मार्च के पहले सप्ताह से जिले में लागू हो जाएगा। ऐसे होने से राजधानी पटना का क्षेत्र छोड़ शहर की अधिकतर सड़के मुख्य सड़क मानी जाएगी।
इस समय पांच जोन में पटना को बांट कर निबंधन होता है। प्रत्येक जोन में रोड को रिवाइज करने का प्रस्ताव मिला है। जिले में प्रत्येक वर्ग की रोडों के लिए सर्किल रेट निर्धारित है, इसी के मुताबिक निबंधन होता है। मिली सूचना के अनुसार पटना में 32 सड़कें प्रधान और 112 मुख्य सड़क के रूप में जानी जाती हैं।
पटना शहरी इलाकों में सड़कों को मुख्य सड़क और प्रधान सड़क के रूप में 10 साल पहले तय हुआ था। इस समय शहरीकरण बढ़ा है और तेजी से विकास भी हुआ है। इसी के मद्देनजर बीते दिनों सभी जिलों से निबंधन विभाग ने सड़कों को रिवाइज करने के लिए प्रस्ताव मांगा है। प्रयास है कि बिना सर्किल रेट बढ़ाए निबंधन के माध्यम से राजस्व में वृद्धि की जाए। विभाग मानती है कि हाल के सालों में शहरी इलाकों में सड़कों की चौड़ाई बढ़ी हैं और नई सड़कें भी बनी हैं। कई नए नगर निकाय का गठन हुआ है, ऐसे में सड़कों को रिवाइज करने से राजस्व में इजाफा होगा।