पटना एयरपोर्ट पर पैसेंजर्स की सुविधाओं में वृद्धि की जा रही है। अब पटना एयरपोर्ट पर आइसोलेशन पार्किंग बे का निर्माण प्रारंभ हो गया है। डीवीओआर से 100 मीटर की दूरी पर 4 एकड़ जमीन पर इसका निर्माण हो रहा है, बाउंड्रीवाल का काम पूरा हो गया है। पैरेलल टैक्सी ट्रैक का निविदा जारी हो गया है, जो 6 सितंबर को खुलेगा इन दोनों के बन जाने के बाद रनवे को फिर से बिछाया जाएगा इसमें 75 करोड़ की लागत आएगी।
टेंडर मिलने के एक माह बाद एजेंसी पैरेलल टैक्सी ट्रैक का निर्माण शुरू करेगी। अक्तूबर के मध्य तक निर्माण के शुरू होने की उम्मीद है और टेंडर की नियमों के मुताबिक इसको 9 महीने में पूरा कर लेना है। इस तरह अगले साल जुलाई तक इसका निर्माण पूर्ण हो जायेगा।
एयरपोर्ट के पश्चिमी सिरे पर पैरेलल टैक्सी ट्रैक का निर्माण रनवे के समानांतर 25.9 एकड़ भूमि पर होगा। इसके लिए आइसीएआर की भूमि का एक हिस्सा लिया गया है। इसके निर्माण हो जाने से रनवे पर लैंड होने के पश्चात एक से डेढ़ मिनट के अंदर ही विमान छोड़कर पैरेलल टैक्सी ट्रैक पर आ सकेगा। इससे हर दो से तीन मिनट पर पटना एयरपोर्ट से विमानों की टेक ऑफ और लैंडिंग हो पायेगी जिसमें अभी कम से कम चार से पांच मिनट लगते हैं। नया एयरपोर्ट टर्मिनल का निर्माण हो जाने के बाद जब पटना एयरपोर्ट से संचालित होने वाले विमानों की संख्या 100 जोड़ी के आसपास हो जायेगी, इस सुविधा की काफी जरूरत होगी।

बम थ्रेट वाले फ्लाइट को अन्य विमानों से अलग खड़ा कर जांच हेतु आइसोलेशन पार्किंग बे की आवश्यकता पड़ती है। यह सामान्य पार्किंग से बहुत दूर बनाया जाता है, जिससे विस्फोट होने पर दूसरे विमानों के यात्री या फिर टर्मिनल में बैठे लोग इससे प्रभावित नहीं हों।