जनता दल यूनाइटेड राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को हाल में ही हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार के दौरान मंत्री बनाया गए है. आरसीपी सिंह ने जेडीयू के अध्यक्ष पद को लेकर आज एक बयान दिया है उनके बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि वह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहते हैं. जेडीयू की मीटिंग में शामिल होने के बाद आरसीपी सिंह ने कहा कि ‘सात जुलाई को मंत्री बना हूं. मैं मंत्री का काम भी मज़बूती से करूंगा और संगठन का काम भी मज़बूती से करूंगा, लेकिन निश्चित रूप से पार्टी तय करेगी तो मैं यह ज़िम्मेदारी किसी मज़बूत साथी को भी दूंगा’.
जब उनसे अध्यक्ष पद छोड़ने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा यह सब बातें हैं मीडिया के समक्ष नहीं होती. आगे उन्होंने मीडिया से कहा कि आप लोग केवल क़यास लगाते हैं. मैंने चालीस सालों से पब्लिक लाइफ़ में काम किया है. जो भी काम किया है पूरी दृढ़ता से किया है. मैं ऊपर वाले की कृपा से किसी भी दायित्व को निभाने में सक्षम हूं.
उन्होंने आगे कहा कि मैं राज्यसभा सदन में नेता था, लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के कुछ ही दिनों में रामनाथ ठाकुर को नेता सदन बनाया. राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए उपेन्द्र कुशवाहा के आने पर उपेंद्र कुशवाहा को संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया. उन्होंने कहा कि इस तरह का इतिहास पहले नहीं मिलेगा. पार्टी बूथ स्तर तक जाकर बिहार सरकार की उपलब्धियों को बताने की कोशिश करेगी.
आरसीपी सिंह ने अपने और नीतीश कुमार के संबंध के बारे में भी चर्चा की उन्होंने कहा कि हमारे और हमारे नेता के बीच संबंध 23 साल पुराना है. संबंध होता है भाई-भाई, पिता-पुत्र, गुरु-शिष्य, पति-पत्नी का. आज तक इसकी कोई परिभाषा दी गई है क्या? हमारे और उनके बीच संबंध और भी प्रगाढ़ हुए हैं.