जानें कितने पैसे लगा शुरू कर सकते हैं Diesel Home Delivery का कारोबार, सालभर में होगी करोड़ो की कमाई

यदि आप भी आपना कारोबार (Business) शुरू करने की सोंच रहे हैं तो आप ऑनलाइन फ्यूल यानी डीजल (online fuel business) का व्यापार कर करोड़ों में कमाई कर सकते हैं। इसके लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (BPCL), पेट्रोलियम प्रोसेस इंजीनियरिंग सर्विस को। (PESCO) जैसी तेल कंपनियां सहयोग करेगी। इसके अलावा आप सरकार से भी मदद ले सकते हैं। इसके लिए हमने स्टार्टअप कंपनी पेपफ्यूल डॉट काॅम (startup Pepfuel.com) से बात की तो हमे पता लगा कि कैसे आप डोर-टू-डोर फ्यूल बेचने का कारोबार कर सकते हैं।

आपको बता दें कि हमे मिली जानकारी के अनुसार पेपफ्यूल डॉट काॅम (Pepfuel.com) सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप है। पेपफ्यूल्स का इंडियन ऑयल के साथ थर्ड पार्टी एग्रीमेंट है। यह डोर-टू-डोर डिलीवरी (online diesel delivery) के लिए है। इस ऐप पर ग्राहक ऑनलाइन या मैसेज के जरिए ऑर्डर कर सकते हैं। नोएडा के टिकेन्द्र, प्रतीक और संदीप तीनों ने मिलकर इसे स्टार्ट किया है। अनुमानतः लगभग 12 लाख से व्यापार शुरू करने के कुछ सालों बाद ही इनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर 100 करोड़ के आसपास पहुँच गया।

साथ ही इस स्टार्टअप के फाउंडर टिकेन्द्र बताते हैं कि इस पर काफी रिसर्च किया। यहाँ तक कि घर-घर जाकर लोगों से बात की और Online Feedback लिया। Feedback में पता चला हर दूसरे आदमी ने यही कहा कि पेट्रोल-डीजल के लिए ऑनलाइन ऐप होना चाहिए। हालांकि, पेट्रोल-डीजल की ऑनलाइन डिलीवरी का कारोबार शुरू करना काफी रिस्की है।

टिकेन्द्र बताते हैं कि 2016 तक देश में पेट्रोल डिलीवरी की परमिशन नहीं थी। हाल ही में सरकार ने इसकी इजाजत दी है। उस वक्त हमारे सामने सिर्फ डीजल डिलीवरी ही एकमात्र विकल्प था। हमने डीजल की डिलीवरी पर ही काम शुरू कर दिया।

साथ ही कंपनी के एक अन्य फाउंडर संदीप बताते हैं, ‘हमने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (BPCL), पेट्रोलियम प्रोसेस इंजीनियरिंग सर्विस को। (PESCO) जैसी तेल कंपनियों को अपना-अपना सुझाव भेजा। साथ ही हमने अपने-अपने स्टार्टअप का आइडिया PMO को भी भेजा था।

कुछ दिनों बाद ही हमें PMO से जवाब आ गया था। दूसरी, तरफ फरीदाबाद स्थित इंडियन ऑयल की तरफ से भी हमें हमारे कारोबार का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी DPR सौंपने को कहा गया।’ वे कहते हैं, हमने अपने प्रोजेक्ट की DPR इंडियन ऑयल को भेजी। अप्रूवल मिलने के बाद हमने अपना कारोबार शुरू कर दिया।

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