दुनियाभर के तमाम देशों में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग लगातार बढ़ रही है और भारत भी इस मार्केट में खिलाड़ी बनता जा रहा है। प्रदूषण की बढ़ती समस्याओं और तेल के कीमतों में लगातार हो रही उछाल से लोगों का झुकाव ई-वाहनों के तरफ हो रहा है। इसी को देखते हुए अब ATD ग्रुप और SRAM & MRAM के जॉइंट वेंचर ने कैनोपस ब्रैंड के तहत इलेक्ट्रिक स्कूटर सेगमेंट में अपनी एंट्री मारी है और आने वाले कुछ समय में कैनोपस ब्रैंड के 4 शानदार इलेक्ट्रिक स्कूटर लांच होने जा रही है।
शुरुआत में कैनोपस ब्रैंड ऑरोरा, स्कारलेट, कोलेट और वलेरिया नाम से 4 नई इलेक्ट्रिक स्कूटर पेश करेगा। कैनोपस के ई-स्कूटर में कई पेटेंटेड जर्मन और कोरियाई तकनीकों को जगह दी गई है, जैसे ट्रांसमिशन के लिए CAMIVT टेक्नॉलजी, कंट्रोलर के लिए एफओसी टेक्नॉलजी, टेलर-मेड मोटर और बेहद प्रभावी ऊर्जा संरक्षण प्रणाली। आरएंडडी सेंटर की स्थापना कैनोपस के अहमदाबाद में की गई है और कंपनी राजस्थान में प्रोडक्शन युनिट शुरू करने की रणनीति बना रही है। शीघ्र ही स्कूटरों का उत्पादन शुरू हो जाएगा, जो 99 फीसद देसी होगा।
ATD ग्रुप और SRAM & MRAM ग्रुप सिलसिलेवार तरीके से ईवी सेगमेंट में 100 करोड़ रुपए इन्वेस्ट करेंगे। आने वाली इलेक्ट्रिक स्कूटर के प्रोटोटाईप्स तैयार हैं और देशभर में कंपनी डीलर नेटवर्क की बहाली कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि इसी साल के मार्च महीने तक बाजार में स्कूटर बिकने लगेंगे। आधुनिक तकनीकों से स्कूटर को बनाया गया है। मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैनोपस के इलेक्ट्रिक स्कूटर की प्राइस 50 हजार रुपये से एक लाख रुपये के बीच हो सकती है। देशभर में संचालन करने वाले कैनोपस का मुख्य कार्यालय नोएडा में है।
यह ब्रैंड कॉलेज स्टूडेंट्स से लेकर, स्थानीय बाजार जाने वाले लोगों और छोटी दूरी सफर करने वाले सर्विस क्लास के लोगों को अपनी सेवाएं देगा। मात्र 20 पैसा में यह स्कूटर एक किलोमीटर चलेगी। बताया जा रहा है कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए यह स्कूटर कारगर साबित होगा।