रेलवे यात्रियों को सफर के लिए थर्ड एसी इकोनोमि कैटेगरी के रूप में एक बढ़िया विकल्प मिलने वाला है। कम किराए में यात्री आधुनिक सुविधाओं के साथ रेल सफर कर सकेंगे। खास रूप से बनाए गए थर्ड एसी इकोनामी के 6 बोगियों की पहली खेप ईस्ट सेंट्रल रेलवे को मिल गई है। पहले फेज में इन बोगियों को अधिक मांग वाली विभिन्न ट्रेनों में सेट किया जाएगा। थर्ड एसी से थर्ड एसी इकोनामी कोच का किराया लगभग नौ फीसद कम होगा। वहीं, मोबाइल चार्जिंग साकेट, कोच में रीडिंग लाइट और फोल्डेबल स्नैक्स टेबल की सुविधा रहेगी।
रेलवे यात्रियों के बेहतर सुविधा के लिए लगातार नए प्रयोग कर रहा है। अधिकतर सामान्य ट्रेनों में एसी बोगियों की संख्या कम होती है। अधिक डिमांड के वजह से विशेष तौर पर थर्ड एसी कोच की सीटें तुरंत ही भर जाती है। पैसेंजर्स की जरूरत के मद्देनजर रेल मंत्रालय ने पिछले दिनों थर्ड एसी इकोनामी कोच की शुरू करने की घोषणा की थी। इस कोच की सीटों का फेयर थर्ड एसी से कम है।
बता दें कि थर्ड एसी इकोनामी बोगी में 83 सीटें होंगी, वहीं थर्ड एसी कोच में वर्तमान में 72 सीटें होती हैं। इस तरह से नए कोच में 3 टियर एसी कोच के मुकाबले 11 सीटें अधिक हैं। इकोनामी एसी थ्री टियर कोच बनाने का काम कपूरथला रेलवे कोच फैक्ट्री, चेन्नई के इंटिगरल कोच फैक्ट्री और रायबरेली माडर्न कोच फैक्ट्री में कराया जा रहा है। यह कोच लंबाई के मामले में थर्ड एसी के कोच के बराबर है, मगर कोच डिजाइन में बदलाव और सुधार कर सीटों की संख्या में वृद्धि की गई है। बोगी की दोनों ओर सामान रखने की एक्स्ट्रा जगह को कम कर ज्यादा जगह बनाई गई है।
ईस्ट सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार बताते हैं कि यात्रियों की सुविधा को देखते हुए इकोनामी एसी थर्ड बोगी की शुरुआत की गई है। समीक्षा के पश्चात पहली खेत में आ रही इकोनॉमी को सबसे अधिक डिमांड वाली ट्रेनों में स्थापित किया जाएगा। ट्रायल होने के बाद हर ट्रेन में इकोनामी एसी थ्री कोच को लगाने का प्लान है।