बारहवीं की परीक्षा को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिया है। समिति ने राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया है कि परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले ही परीक्षार्थियों को एंट्री दिया जाएगा। रोजाना 9:30 बजे से पहली पाली की परीक्षा प्रारंभ होगी। बता दें कि 1 से 14 फरवरी तक इंटर की परीक्षा आयोजित होनी है। कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए सभी एग्जाम सेंटर पर सतर्कता बरतने के निर्देश हैं। परीक्षा शुरू होने के बाद किसी भी परिस्थिति में परीक्षार्थियों को प्रवेश की इजाजत नहीं होगी।
सभी परीक्षा केंद्र प्रभारियों को बोर्ड के तरफ से निर्देश मिला है कि प्रश्नपत्र केंद्र में खोलते समय इसकी वीडियोग्राफी कराई जाए। प्रश्न पत्र का शील दंडाधिकारी के समक्ष ही खोला जाएगा। प्रश्न पत्र परीक्षार्थियों के बीच बांटने के बाद बचे प्रश्न पत्र बोर्ड को भेज दिए जाएंगे।
सभी परीक्षा केंद्रों को बोर्ड ने निर्देश दिया है कि परीक्षा के दौरान केवल मेन गेट खुले रहेंगे। बाकी सभी प्रवेश द्वार को बंद रखने का निर्देश है। किसी भी हाल में परीक्षा केंद्र से परीक्षा के दरम्यान प्रश्न पत्र लिक नहीं होना चाहिए अन्यथा इसे अनुशासनहीनता माना जाएगा और इससे संबंधित लोगों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
परीक्षा के हर दिन शिक्षकों को घोषणा पत्र भरने होंगे कि किसी भी परीक्षार्थी के पास कोई चोरी करने की सामग्री या मोबाइल नहीं है। बोर्ड ने साफ तौर पर आदेश दिया है कि परीक्षा से एक दिन पूर्व ही अपने परीक्षा केंद्र पर वीक्षक योगदान देंगे। एक दिन पूर्व केंद्र अधीक्षक सभी शिक्षकों के साथ बैठक करेंगे। हर एग्जाम सेंटर पर सीसीटीवी लगाने का भी निर्देश बोर्ड ने दिया है। परीक्षा केंद्र के अंदर और बाहर दोनों तरफ कैमरे से कड़ी निगरानी की जाएगी।
बोर्ड ने साफ तौर पर दिशा निर्देश दिया है कि एग्जाम सेंटर पर केवल केंद्र अधीक्षक के पास ही मोबाइल रहेगा। इसके अतिरिक्त बोर्ड द्वारा नियुक्त किए गए मोबाइल ऐप संचालक के पास मोबाइल की सुविधा रहेगी। अगर किसी वीक्षक के पास मोबाइल पाया जाता है तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।