बिहार में अगले महीने से सातवें चरण की शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो सकती है। अब यह क्लियर हो चुका है कि सातवें चरण के शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया सेंट्रलाइज होगी। यानी अभ्यर्थियों को अब घूम-घूम कर एप्लीकेशन नहीं जमा करना होगा। उम्मीदवार जिन जिलों के नियोजन इकाइयों के लिए आवेदन करना चाहेंगे उन्हें उसके लिए ऑनलाइन ही सुविधा मिलेगी।
बता दें कि केंद्रीयकृत आवेदन सिस्टम पर शिक्षा विभाग गंभीरता से विचार विमर्श कर रहा है और जल्द ही इस पर घोषणा हो जाएगी। कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक के स्कूलों में शिक्षकों के नियोजन हेतु आवेदन की प्रक्रिया अगले महीने यानी अगस्त में शुरू हो सकती है। दीपक कुमार सिंह (अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग) ने मीडिया पोर्टल से बातचीत में यह बताया।
मालूम हो कि बिहार में अब तक शिक्षक बहाली की प्रक्रिया सेंट्रलाइज नहीं थी। उम्मीदवारों को आवेदन देने के लिए डाक के माध्यम से आवेदन भेजना पड़ता था या फिर नियोजन इकाइयों में खुद जाना होता था। उम्मीदवारों का काफी वक्त इसमें लगता था वे 200 से 300 किलोमीटर खाली सीटों पर जाकर आवेदन करते थे। यह बहुत परेशान कर देने वाली प्रक्रिया रही और इसकी काफी ज्यादा आलोचना भी हुई। इस बार प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है। सातवें चरण के नियोजन के बाद ही स्कूलों में काफी हद तक शिक्षकों की कमी दूर होगी।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि बिहार में अभी तक के पांचवें चरण का शिक्षक नियोजन में संपन्न हो चुका है और फिलहाल छठे चरण का नियोजन अंतिम दौर में है। उन्होंने बताया कि सातवें चरण में बहाली की प्रक्रिया सेंट्रलाइज्ड होगी। इसके लिए विभाग काम कर रहा है और जल्द ही इस पर आखिरी घोषणा होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षक बहाली में कई नियोजन इकाईयों से धांधली की शिकायत भी देखने को मिली है। विभाग के द्वारा सख्ती दिखाने के बाद भी कई जगहों पर गड़बड़झाला हुआ है। विभाग में सभी तरह की गलतियों को दूर करने की योजना पर काम कर रहा है इसमें गड़बड़ी करने वाले गड़बड़ी का रास्ता खोज लेते रहे हैं।