अगर आपको भी जमीन की खरीद-बिक्री करनी है तो यह खबर अवश्य पढ़ें। दरसल इस नए साल में एक जनवरी से जमीन के विक्रेता की पहचान हेतु उनके आधार नंबर से सत्यापन कराने के बाद जमीन रजिस्ट्री का आदेश सरकार की ओर से जारी किया गया है। हालांकि इसे सोमवार को लागू नहीं किया जा सका। लेकिन बताया जा रहा है कि सिस्टम एवं सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होने की वजह से OTP से आधार के सत्यापन की प्रक्रिया होने के बाद जमीन की खरीद बिक्री होने वाली थी जो नहीं हो सकी है।
और जिसके कारण सोमवार को पूर्व की ही भांति जमीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया हुई। हालांकि रजिस्ट्री ऑफिस के पदाधिकारी ने बताया है कि शीघ्र ही मुख्यालय स्तर पर ही सिस्टम एवं सॉफ्टवेयर को अपडेट करने के बाद इस प्रक्रिया को प्रारंभ कर दी जाएगी और इसको लेकर कार्रवाई भी तेजी से की जा रही है। आपको बता दें कि अत्याधिक ठंड होने की वजह से सोमवार को रजिस्ट्री ऑफिस में बहुत की कम भीड़ देखने को मिली। हालांकि सोमवार नए साल का पहला दिन था किन्तु अत्यधिक ठंड होने के कारण बहुत ही कम दस्तावेज की रजिस्ट्री हो सकी।
दरसल जमीन रजिस्ट्री में होने वाले फर्जीवाड़ा व ऑफिस में होने वाली भीड़ को कम करने के उद्देश से सरकार ने यह अहम कदम उठाया है। आधार से मोबाइल नंबर पर ओटीपी जेनरेट करने से जमीन के विक्रेता के सत्यापन होने से यह मालूम चल जाएगा कि जमीन बेचने वाला व्यक्ति सही है या नहीं। इसका मुख्य कारण है की प्रक्रिया में पहले से अधिक पारदर्शिता बरतने के बाद भी कभी-कभी फर्जी व्यक्ति खड़ा होकर जमीन की खरीद-बिक्री कर देता है। हालांकि इससे जहां केस की संख्या बढ़ रही है। वहीं विभाग को कई तरह की परेशानियो से सामना करना पड़ता है।