बिहार के गांव को अब अंधेरे से निजात मिलेगी। राज्य का प्रत्येक गांव अब सोलर स्ट्रीट लाइट से होगा रोशन। बिहार सरकार की यह योजना है कि सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। इस योजना के लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है। अब जल्द ही योजना को कैबिनेट मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। प्रत्येक पंचायत में लगभग 150 स्ट्रीट लाइट लगाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार के तहत कार्य करने वाली ब्रेडा द्वारा इस योजना को तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इस बार स्ट्रीट लाइट योजना में सरकार ने मुखिया की भूमिका काफी सीमित रखा है।
प्रत्येक वार्ड में स्ट्रीट लाइट
इस योजना के तहत पंचायत के प्रत्येक वार्ड में दस स्ट्रीट लगाई जाएंगी। स्थानीय लोगों की सहमति से मुखिया द्वारा स्थान चिह्नित किए गए हैं। प्रतीक पंचायत में डेढ़ सौ स्ट्रीट लाइट में से 140 स्ट्रीट लाइट सर्वे में चिह्नित स्थानों पर लगाई जाएंगी। बाकी के 10 स्ट्रीट लाइटों के लिए स्थल चयन का अधिकार मुखिया को दिया गया है।
ब्रेडा करेगी देखरेख
इस योजना के तहत सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए कंपनी का चयन ब्रेडा की देखरेख में होगा। ब्रेडा इसके लिए प्रतिष्ठित एजेंसियों की एक डायरेक्ट्री बना रहा है, ब्रेडा द्वारा चयनित प्रतिष्ठित एजेंसियां सोलर लाइट लगाने का काम करते हैं। इसी डायरेक्ट्री से ही एजेंसी तय होनी है। जिस क्षेत्र में अगर कोई एजेंसी बड़ी संख्या में काम कर रही है, तो उस एजेंसी को उस क्षेत्र का काम दिए जाने को प्राथमिकता दी जाएगा।”
कंपनी ही करेगी देखरेख
स्ट्रीट लाइट लगाने के साथ-साथ उसके रखरखाव का भी ध्यान रखा गया है एजेंसी सोलर स्ट्रीट लाइट लगाएगी, उसे एक तय समय अवधि तक सोलर स्ट्रीट लाइट के रखरखाव का काम भी देखना होगा। सोलर लाइट का रखरखाव करार की शर्तों में शामिल होगा। साथ ही यह भी तय रहेगा कि खराब सोलर लाइट दुरुस्त करने की अधिकतम समय अवधि क्या होगी।