ट्रेनों की औसत रफ्तार प्रति घंटा 50-60 किलोमीटर करने के लिए पूर्व मध्य रेल के द्वारा पहल शुरू की गई है। दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से पटना जंक्शन तथा हावड़ा तक तीसरी रेल लाइन बिछाने की कवायद है। तीसरी रेल लाइन बिछाने के पश्चात मुख्य लाइन पर ट्रेनों का लोड घटेगा और इससे यात्रियों को समय कम लगेगा। दानापुर रेल डिवीजन के अधिकारियों की मानें तो पटना जंक्शन से झाझा स्टेशन के बीच पहले फेज में रेल लाइन बिछाने के लिए सर्वे शुरू हो गया है और इसके बाद दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से पटना जंक्शन तक सर्वे होना है।
तीसरी रेल लाइन निर्माण से पूर्व रेलवे इसके लाभ और नुकसान का आकलन कर रहा है। यह गौर किया जाएगा कि तीसरी रेल लाइन निर्माण के पश्चात इससे गुजरने वाली एक्सप्रेस, मालगाड़ियों, सुपरफास्ट और पैसेंजर की संख्या में कितनी वृद्धि होगी और इससे रेलवे की आमदनी कितनी बढ़ेगी इस दौरान रेलवे इसका आकलन करेगा कि इसके निर्माण में होने वाले खर्च की भरपाई करने में रेलवे को कितना टाइम लगता है। यदि रेलवे को क्षति कम और फायदा अधिक हो रहा, तो सर्वे के पश्चात इसके निर्माण को रेलवे बोर्ड अपनी मंजूरी प्रदान कर सकता है।
रेलवे अधिकारियों की मानें तो हो तेजस एक्सप्रेस, वंदे भारत और राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन को तीसरी रेललाइन से परिचालन किया जाएगा। इसके साथ ही संपूर्ण क्रांति व एक दर्जन ऐसी ट्रेनों का परिचालन इस लाइन से होगा। इसका लाभ बनारस, दिल्ली, कोलकाता, इंदौर, नाेएडा, चेन्नई, पुणे सहित दूसरे शहरों में आने-जाने वाले लोगों को होगा।