राजधानी पटना में इंफ्रास्ट्रक्चर और सड़क सुविधा के मामले में इस साल कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूर्ण हुए हैं। राजधानी में मरीन ड्राइव के तहत प्रतिज्ञा से पीएमसीएच के बीच गंगा पथ शुरू होने से पीएमसीएच जाने का नया विकल्प मिला। गंगा तट पर सड़क होने से शहर के लोगों के लिए घूमने का अलग स्पॉट बन गया है। छुट्टियों के दिन और प्रतिदिन शाम के बाद गंगा पथ पर भ्रमण करने वाले लोगों की काफी भीड़ इकट्ठा होती है। अटल फेज दो का शेष काम पूर्ण होने से जेपी सेतु और गंगा पथ जाने के लिए नया विकल्प मिला। मीठापुर लेन के शुरू होने से दक्षिण पटना वासियों को सुविधा मिली। शहर में इन्फ्रास्ट्रक्चर का कार्य पूर्ण होने से आवाजाही की सुविधा होने से ट्रैफिक समस्या बहुत हद दूर हुई है।
बता दें कि गंगा पथ की लंबाई 20.5 किलोमीटर है। मगर अभी दीघा से पीएमसीएच के बीच 7.5 किमी बना है। दीघा से एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक 5.9 किमी रोड का निर्माण बांध पर हुआ है, जबकि एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट से पीएमसीएच के बीच 1.6 किमी एलिवेटेड सड़क बना है। गंगा पथ से गांधी मैदान और उससे आगे जाने में सुविधा बढ़ी। गंगा पथ होते हुए उत्तर बिहार से आवाजाही करने वाले जेपी सेतु औय दक्षिण बिहार से आने वाले एम्स दीघा एलिवेटेड सड़क से पीएमसीएच पहुंचने में सहुलियत है। गंगा पथ से शहर की तरफ आने के लिए दो कनेक्टिविटी अटल पथ और एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट के नजदीक होने से राजधानी में आने में सहुलियत है। सड़क किनारे 5 मीटर चौड़ा वॉक वे 5 किमी तक बनने से पैदल यात्री गंगा किनारे का लुत्फ ले सकेंगे।
मीठापुर आरओबी शुरू होने से राजधानी में रहने वाले लोगों की आवाजाही में सहूलियत हुई। कंकड़बाग से गर्दनीबाग, अनीसाबाद और खगौल आवाजाही करने वाले लोगों को सुविधा हुई। मीठापुर रेल गुमटी के नजदीक लगनेवाले जाम से लोगों को मुक्ति मिली। मीठापुर बाजार में ट्रैफिक जाम का लोड कम हुआ। आरओबी शुरू होने से मीठापुर में जमा व कचरा का ढेर समाप्त हुआ।
अटल पथ फेज टू शुरू होने से उत्तर और दक्षिण बिहार में सुगम विकल्प मिला। आर ब्लॉक की ओर से आनेवाले अटल पथ के रास्ते जेपी सेतु होते हुए उत्तर बिहार की तरफ निकल रहे हैं। वहीं, दीघा- एम्स एलिवेटेड सड़क से दक्षिण बिहार जाना सुलभ हुआ है। दीघा हाट के नजदीक ट्रैफिक जाम से लोगों को मुक्ति मिली।
बता दें कि बेली रोड में सचिवालय के नजदीक लोहिया पथ चक्र का निर्माण पूर्ण होने से आवागमन की सहूलियत बढ़ी है। बिना ट्रैफिक सिग्नल के गाड़ियों का निर्बाध परिचालन हो रहा है। हड़ताली मोड़ के नजदीक अगले चरण का काम प्रारंभ है।