एक रेलवे अफ़सर देशबंधु पांडे को अपना सपना सच करने की कीमत काफी बड़ी चुकानी पड़ी, जो उन्होंने कभी सोचा भी नही होगा। हुआ कुछ यूँ की पांडे कोटा रेल मंडल के स्थानीय ख़रीद अनुभाग के कार्यालय अधीक्षक पद पर कार्यरत हैं। काफी समय से उनकी यह तमन्ना थी कि वो KBC में अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठें। लेकिन उन्हें उनका ये सपना पूरा करना काफी महँगा पड़ गया।
पांडे को एक तरफ ईनाम तो दूसरी तरफ सज़ा
कौन बनेगा करोड़पति ( KBC ) के 13 वे सीज़न में देशबंधु पांडे ने 3 लाख 20 हजार की राशि जीत अपने सपने को पूरा तो कर लिया था। पर कौन बनेगा करोड़पति ( KBC ) में जाने के दौरान उन्हें रेल प्रशासन ने काफी बड़ी सज़ा दे दी। देशबंधु पांडे के नाम पर चार्जशीट बना दी गई। अभी इतना काफी नहीं, साथ ही 3 साल तक के लिए उनके वेतन वृद्धि पर भी पाबंदी लग गयी। देशबंधु ने ऐसा कभी नहीं सोचा था कि उनके साथ कभी ऐसा होगा।
देशबंधु पर हुए कार्यवाही पर कर्मचारी संगठनों ने जताया ल विरोध
भारतीय रेलवे प्रशासन के द्वारा इस तरह की कार्रवाई पर कर्मचारी संगठनों ने अपना विरोध भी व्यक्त किया है। वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे (WCR) मज़दूर संघ के मंडल सचिव खालिद ने इस चार्जशीट का विरोध करते हुए ये बात कही है कि रेल प्रशासन ने यह सही नहीं किया है। मज़दूर संघ देशबंधु पांडे के पक्ष में उनके लिए न्याय की गुहार लगाएगा। साथ ही आपको बता दें कि देशबंधु ने कौन बनेगा करोड़पति ( KBC ) में भाग लेने के लिए 5 दिनों की छुट्टी की माँग की थी। उन्हें 9 अगस्त से लेकर 13 अगस्त मुम्बई में ही उपस्थित रहना था। लेकिन अधिकारियों के द्वारा उनकी छुट्टी पर कोई विचार नहीं किया गया। इसी कारण वो बिना छुट्टी के ही कौन बनेगा करोड़पति ( KBC ) में भाग लेने के लिए मुंबई पहुँच गए।
कार्यवाही को लेकर डरा हुआ है प्रतिभागी का परिवार
इधर चार्जशीट की बात को लेकर देहबन्धु पांडे और उनका परिवार इस कदर डरा हुआ है कि वो रेलवे प्रशासन के खिलाफ कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। देशबंधु पांडे इस बात से डर रहे हैं कि अगर वो मीडिया के सामने कुछ बोलेंगे तो उन्हें और भी ज़्यादा सज़ा और परेशानी भुगतनी पड़ सकती है। लेकिन पांडे ने चार्ज शीट का स्पष्टीकरण रेलवे प्रशासन को दे दिया है।
अधिकारियों का कहना, काम के प्रति लापरवाह थे देशबंधु पांडे
साथ ही चार्जशीट में लिखा गया है कि बिना छुट्टी की स्वीकृति लिए ही वो 5 दिनों के लिए अनुपस्थित हो गए थे। 9 अगस्त से लेकर 13 अगस्त तक के बीच में उन्होनें दफ्तर में हाज़िरी नहीं बनाई थी। चार्जशीट में लिखा गया कि पांडे का रवैया काम के प्रति लापरवाही को दर्शाता है। इसी वजह से उनपर कार्रवाई होनी चाहिए। इस पूरे मामले पर कोटा रेल मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक अजय कुमार पालके द्वारा बताया गया कि देबन्धु पांडे को कुछ विभागीय काम बोला गया था जो उन्होने नहीं किया। बिना छुट्टी लिए ही पांडे गायब हो गए। इस दौरान वे अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह पाए गए हैं। विभागीय कार्रवाई का कौन बनेगा करोड़पति ( KBC ) से कोई भी संबंध नहीं हैं।