बिहार के लगभग 81,000 सरकारी स्कूलों में पदस्थापित शिक्षकों और कर्मियों के लिए गुड न्यूज़ है। शिक्षा विभाग राज्य के 28 जिलों के शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए उनके बैंक अकाउंट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में खुलवाने का आदेश तमाम जिलों को दिया। 10 जिलों के शिक्षकों के बैंक अकाउंट पूर्व से ही एसबीआई में खुले हुए हैं। दरअसल, दूसरे बैंकों में जिन शिक्षकों के अकाउंट है वहां वेतन भुगतान में देरी हो रहा है।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक असंगबा चुबा आओ की मानें तो बेगूसराय, भागलपुर, अररिया, पूर्वी चंपारण, मुंगेर, किशनगंज, नवादा, सीतामढ़ी, पूर्णिया और सारण जिले में शिक्षकों के एकाउंट एसबीआइ में हैं, जहां वेतन भुगतान तय समय में सुनिश्चित हो रहा है। एसबीआइ के अलावा अन्य बैंकों के द्वारा वेतन भुगतान में देरी हो रहा है। इसलिए निर्णय लिया गया कि जिला स्तर पर शिक्षकों के बैंक अकाउंट एक ही बैंक एसबीआइ में खुलेगा।
इसलिए तमाम जिला कार्यक्रम अधिकारियों को कहा गया है कि शिक्षकों को वेतन भुगतान संबंधी खातों को बंद कर बैंक से क्लोजर प्रमाण पत्र प्राप्त करें और इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजें। फिर जिला मुख्यालय में स्थित एसबीआई की मेन ब्रांच में उसी नाम से नया बैंक अकाउंट खोल कर उसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजें।
बता दें कि राज्य के अरवल, बांका, औरंगाबाद, बक्सर, भोजपुर, दरभंगा, गया, जमुई, गोपालगंज, जहानाबाद, कटिहार, कैमूर, खगड़िया, मधेपुरा, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, नालंदा, पटना, पश्चिम चंपारण, रोहतास, समस्तीपुर, सहरसा, शेखपुरा, वैशाली, शिवहर, सिवान और सुपौ के शिक्षकों के नए खाते खोले जाएंगे।