भागलपुर से चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में अब खाने के लिए मछली-चावल, लिट्टी-चोखा के साथ ही क्षेत्रीय व्यंजन और मौसमी फल उपलब्ध होगा। पूर्व रेलवे ने इस बाबत तैयारी शुरू कर दी है और आईआरसीटीसी की ट्रेनों में क्षेत्रीय व्यंजन की प्राथमिकता देने के लिए बीते दिनों रेल मंत्रालय के द्वारा मंजूरी प्रदान की गई है।
जिन ट्रेनों में खास व्यंजन परोसा जाना है उनमें भागलपुर गरीब रथ, विक्रमशीला एक्सप्रेस, सुरत एक्सप्रेस, भागलपुर-अजमेर एक्सप्रेस, एलटीटी एक्सप्रेस और ब्रह्मपुत्र मेल शामिल है।
बता दें कि आइआरसीटीसी ट्रेनों में मौसमी व्यंजनों, त्योहारों के दौरान जरूरत के अनुरूप भोजन, यात्रियों के अलग-अलग समूहों की पसंद के अनुरूप यानी, शिशु आहार, मधुमेह भोजन, बाजरा आधारित स्थानीय उत्पादों व स्वास्थ्य भोजन विकल्प खाद्य पदार्थों को शामिल होगा। प्रीपेड ट्रेन यानी कि तेजस, राजधानी, वंदे भारत, जिनमें टिकट के सथ ही केटरिंग चार्ज जुड़ा होता है, उसमें मेन्यू के रेट में कोई चेंजिंग नहीं होगा मगर, भोजन के विभिन्न व्यंजनों तथा एमआरपी पर प्रतिष्ठित खाद्य पदार्थों की बिक्री की भी इजाजत होगी। भोजन के ऐसे विभिन्न व्यंजनों का मेन्यू तथा दर आइआरसीटीसी द्वारा निर्धारित किया जायेगा।
वहीं, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के द्वारा लेटर लिखा गया। लेटर में कहा गया है कि रेलवे बोर्ड भागलपुर एरिया के रेल यात्रियों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है और चेंबर के अध्यक्ष सरवन कुमार बाजोरिया ने कहा है कि सर्दी के वजह से कोहरे का हवाला देते हुए रेलवे ने भागलपुर से दिल्ली के बीच चलने वाली ट्रेन को बंद करने का फैसला लिया है, जो कि रेल यात्रियों के पक्ष में नहीं है।