रोहतास और कैमूर की बॉर्डर में स्थित दुर्गावती जलाशय प्रोजेक्ट में शुक्रवार से रिवर सफारी प्रारंभ हो गया है। यहां पर आने वाले सैलानी आप जलाशय में बोटिंग के साथ ही प्रकृति के मनोरम दृश्य को करीब से देख सकते हैं। इस जलाशय का आधा भाग रोहतास और आधा कैमूर जिले में है। हालांकि कैमूर के नाम पर रिवर सफारी परियोजना स्वीकृत है। इस कारण जिस जगह पर टिकट काउंटर और दफ्तर कैमूर वन्य क्षेत्र के तहत आता है।
बोटिंग का लुत्फ उठाने के लिए टिकट खरीदने हैं कैमूर जाना होगा और रोहतास तक उसका आनंद ले सकेंगे। पर्यटकों से मिला राजस्व कैमूर को प्राप्त होगा। दुर्गावती जलाशय से निकलने वाले जल का बायां पट का कैमूर जिला तो दायां पट रोहतास जिला को पानी मिलता है। दोनों हीजिलों के वन विभाग कार्यालय इसकी निगरानी करते हैं।
रोहतास के डीएफओ मनीष कुमार वर्मा बताते हैं कि बोटिंग के लिए अभी तीन बोट को शुरू किया गया है। यह रिवर सफारी राज्य का पहला ऐसा सफारी होगा जिसमें नदी तथा जंगल दोनों के लुत्फ एक साथ उठाए जा सकते हैं। जलाशय के एक साइड पर मौजूद रोहतास तथा दूसरी ओर मौजूद कैमूर पहाड़ी का एरिया पर्यटकों के लिए बेहद रमणीय होगा। बनाए गए प्वाइंट से रिवर सफारी तक 25 सीट वाली वोट निकलेगी जो नदी के भीतर गुप्ता धाम की तरफ छह किमी तक जाएगी। दूसरी बोट 12 और तीसरी बोट 6 सीटर है। एक टिकट पर 15 से 20 मिनट तक जल विहार जाएगा। इसके लिए एक व्यक्ति को 50 रुपये किराया तय किया गया है।
रिवर सफारी के दौरान पर्यटकों की सुरक्षा के पुख्ता व्यवस्था किए जाएंगे। इसके लिए अनिवार्य रूप से सभी को लाइफ जैकेट पहना होगा। बगैर लाइफ जैकेट के बोट में एंट्री की परमिशन नहीं होगी। पर्यटकों की सुरक्षा का जिम्मा रेंज अधिकारियों को दी जाएगी। आपात हालात के लिए एक बोट प्रशासन के द्वारा रिजर्व में रखी रहेगी। जिससे आपदा के वक्त पीड़ित तक तत्काल रूप से मदद पहुंचाई जा सकें।