बिहार में कई ऐसे आकर्षक और खूबसूरत जगह है, जहां फिल्मों की शूटिंग हो सके। लेकिन शानदार व्यवस्था नहीं होने की वजह से फिल्म निर्माता यहां शूटिंग करने से हिचकते हैं और जिस वजह से राज्य में शूटिंग नहीं हो पाता है। मगर अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि जल्दी बिहार में एक सिंगल विंडो सिस्टम सुविधा की शुरुआत होने जा रही है और इस सुविधा के शुरू होने से फिल्म निर्माताओं तथा प्रोडक्शन कंपनी को शूटिंग से संबंधित अनुमति तथा सुविधाएं एक ही जगह पर मिल जाएगी।
गोवा में आयोजित 53 वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में बिहार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के अपर सचिव दीपक आनंद ने कहां है कि अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के फिल्म मार्केट में पहली दफा भाग ले रहे बिहार का पोलियन फिल्म निर्माण से संबंधित देश तथा विदेश के लोगों के लिए चर्चा और कौतूहल का विषय बना हुआ है। ओटीटी प्लेटफार्म के तमाम बड़े निवेशक रिलायंस, नेटफ्लिक्स, अमेज़न, फैंटम एफएक्स, आइटॉप फिल्म्स, टेक्नीकलर इंडिया, जीरो ग्रेविटी आदि के प्रतिनिधियों ने बिहार पेवेलियन का अवलोकन किया और कहा है कि बिहार में फिल्म निर्माण के सेक्टर में बहुत संभावना है।
विभाग के अपर सचिव दीपक आनंद से बिहार पवेलियन में रिलायंस एंटरटेनमेंट स्टूडियोज की सीनियर वाइस प्रेजिडेंट चित्रा सुब्रमण्यम ने मुलाकात की। राज्य की प्रस्तुति से प्रभावित होकर बिहार पर बेस्ड एक वेब सीरीज राज्य के नालंदा में बनाने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने विभाग को कहा कि फिल्म निर्माण संबंधी परमिशन तेजी से मिले तथा इससे संबंधित दूसरी सुविधाएं शानदार हो तो निर्माता निर्देशक यहां रुख कर सकते हैं।
अपर सचिव ने चित्रा को बिहार सरकार के द्वारा मिल रही सुविधाओं के बारे में बताया और कहा कि तमाम जरूरी चीजों को जल्द ही परमिशन के लिए सिंगल विंडो सर्विस की सुविधा देने का नियम नई फिल्म पॉलिसी में की जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें उद्योग के मिलने वाली अनुदान के साथ ही अन्य तमाम सुविधाएं भी प्रदान की जाएगी।