पटना यूनिवर्सिटी में अब परीक्षा के कारण कक्षाएं बाधित नहीं होंगी। विश्वविद्यालय का नया परीक्षा हॉल पटना कॉलेज परिसर में बनेगा। इसके लिए पटना कॉलेज के पीछे पार्किंग की भूमि को चिन्हित किया गया है। मल्टीपर्पस परीक्षा हॉल सेमिनार हॉल के निर्माण में तकरीबन 6 करोड़ की लागत आएगी। इसे परीक्षा नहीं होने पर कई दूसरे कार्यों के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकेगा। बिहार राज्य एजुकेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के द्वारा जी प्लस टू भवन का निर्माण किया जायेगा। एक साल के अन्दर उक्त भवन के बन जाने की उम्मीद है।
नये परीक्षा हॉल से सटे खाली भूमि पर एक छोटा पार्क विकसित किया जाएगा। कॉलेज के प्राचार्य अशोक कुमार बताते हैं कि बीएसईआईडीसी को भवन के साथ ही लगे खाली जमीन को पार्क के तौर पर विकसित करने को कहा गया है। इंजीनियर्स ने इस पर मंजूरी जतायी है। कॉलेज में अब तक एक भी पार्क नहीं है।
पटना विश्वविद्यालय में छात्राओं के लिए पीजी और यूजी के दो गर्ल्स हॉस्टल और साइंस एकेडमिक ब्लॉक बनाया जाएगा। दोनों हॉस्टल 420-420 क्षमता के बनेंगे। यह केंद्रीकृत होगा और विवि के किसी कॉलेज और विभाग की छात्राएं इस हॉस्टलों में रह सकेंगी। वहीं साइंस कॉलेज साइंस एकेडमिक ब्लॉक का निर्माण होगा। इसकी अनुमानित लागत 153 करोड़ हैं। फिलहाल राशि मंजूर नहीं हुई है। मंजूरी मिलते इस पर आगे कार्य शुरू हो जायेगा। फिलहाल प्रस्ताव राज्य सरकार के पास विश्विद्यालय के द्वारा भेजा गया है।
पटना कॉलेज के प्राचार्य प्रो अशोक कुमार ने कहा कि पटना कॉलेज में एक परीक्षा हॉल पहले से कॉलेज का है। विश्वविद्यालय के द्वारा नए मल्टी परपस परीक्षा भवन का निर्माण कॉलेज कैंपस में कराया जा रहा है। परीक्षा के लिए महाविद्यालय में पर्याप्त जगह होगी और इनसे कक्षाएं संचालित करने में कोई बाधा नहीं होगी। इसके साथ भगवान से सटे एक पार्क बनाने की योजना है।