E-Rupee: अब जेब में नगद पैसे लेकर चलना पुराने दौर की बात हो गई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का विशेष इस्तेमाल के लिए पिछले साल 1 नवंबर को डिजिटल रुपया का पायलट लांच किया गया है। यानी भारत के लोग डिजिटल करेंसी (E-Rupee) का इस्तेमाल कर रहे हैं। आइए आपको बताते हैं ये डिजिटल करेंसी कैसे काम करती है और आपके लिए किस तरह लाभदायक साबित होगा।
E-Rupee लाने का उद्देश्य।
CBDC केंद्रीय बैंक के द्वारा निर्गत किए गए मुद्रा नोटों का डिजिटल रूप है। आम बजट में देश की मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से ब्लॉक चेन बेस्ड डिजिटल रुपया पेश करने की घोषणा की थी। पिछले दिनों केंद्रीय बैंक द्वारा यह कहा गया था कि आरबीआई डिजिटल रूपए का मकसद मुद्रा के वर्तमान रुपों को परिवर्तन करने के बजाय डिजिटल करेंसी को इस्तेमालकर्ताओं को पेमेंट के लिए एक एक्स्ट्रा ऑप्शन देना है।
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E-Rupee का पिछले साल हुआ था ऐलान।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पिछले महीने अक्टूबर की शुरुआत में ही ऐलान करते हुए कहा था कि वह जल्द ही विशेष उपयोग के लिए डिजिटल रुपया का पायलट लांच कर देगा। इसलिए केंद्रीय बैंक के द्वारा एक नंबर 2022 की डेट फिक्स की गई थी। फिलहाल यह पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जा रहा है।RBI होलसेल लेन-देन और cross-border भुगतान के लिए अपने डिजिटल रुपया की शुरुआत की है।
ऐसे कर पाएंगे E-Rupee का यूज।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा पहले साझा की गई जानकारी के अनुसार, CBDC (डिजिटल मुद्रा) एक भुगतान का स्रोत होगा, जो तमाम नागरिक, सरकार, बिजनेस और अन्य के लिए एक लीगल टेंडर रूप में जारी किया जाएगा। इसकी वैल्यू सेफ स्टोर वाले वर्तमान करेंसी के समतुल्य होगी। भारत में आरबीआई के द्वारा डिजिटल करेंसी जारी करने के बाद से लोगों को कैसे रखने की आवश्यकता कम हो गई है, या रखने की आवश्यकता नहीं है। e-Rupi के विस्तृत जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।