आज के समय मे अधिकतर लोग कम खेत होने के कारण खेती से कमाई नही कर पाते है, पर अब बहुत से ऐसे बिजनेस प्लान आ गए है जिसमे आप कम खेती की जमीन होते हुए भी एक मोटी कमाई आसानी से कर सकते है तो आज हम आपको इसी तरह की एक खेती से परिचय कराएंगे। इस खेती को बोलते है ड्रैगन फ्रूट की खेती (how to do Dragon Fruit farming) जो आपका नजरिया बदल देगी। जुलाई 2020 में PM मोदी ने भी मन की बात में ड्रैगन फ्रूट का चर्चा किया था। उन्होंने कच्छ के किसानों को ड्रैगन फ्रूट की खेती से आत्मनिर्भर बनने पर शुभकामनाएँ दी थी। ड्रैगन फ्रूट की खेती से आप सिर्फ 1 बीघा जमीन से भी 1 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं। गुजरात, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा समेत कई राज्यों में किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती से मोटी कमाई (profit in Dragon Fruit farming) कर रहे हैं।
ड्रैगन फ्रूट को कमलम भी कहा जाता है।
आपको बता दे कि ड्रैगन फ्रूट को गुजरात में कमलम भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें कमल की तरह स्पाइक्स और पंखुड़ियां होती हैं। ड्रैगन फ्रूट का वैज्ञानिक नाम ‘हाइलोसेरेसुंडाटस’ है। यदि हम बात गुजरात की करें तो वहाँ पर किसान जमकर ड्रैगन फ्रूट उगा रहे हैं। भावनगर जिले के वावड़ी गाँव के एक किसान ने तो कम पानी और कम खर्च करके सिर्फ चार बीघा जमीन पर ड्रैगन फ्रूट की खेती से करीब 3.5 लाख रुपये की कमाई की है। तो वही गुजरात में 2.5 बीघे का एक एकड़ होता है यानी करीब पौने 2 एकड़ से 3.5 लाख रुपये की कमाई हुई है। इस तरह देखा जाए तो ड्रैगन फ्रूट की खेती से एक एकड़ से करीब 2 लाख रुपये की सालाना कमाई हो सकती है।
भारत में कहाँ-कहाँ होती है ड्रैगन फ्रूट की खेती
दरसल ड्रैगन फ्रूट मलेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम जैसे देशों में ज्यादा उगाया जाता है, लेकिन 1990 के दशक से भारत में भी इसकी खेती काफी लोकप्रिय हो चली है। इसकी तीन प्रजातियाँ हैं। पहला है सफेद गूदे वाला गुलाबी रंग का फल, दूसरा है लाल गूदे वाला गुलाबी रंग का फल और तीसरा है सफेद गूदे वाला पीले रंग का फल। भारत में यह फल कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में उपजाया जाता है।
ड्रैगन फ्रूट का इस्तेमाल ‘च्युइंग गम’ और जड़ी-बूटियों में होता है।
आपको पता हो कि ड्रैगन फ्रूट की कमल जैसी कांटेदार कैक्टस प्रजाति स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। इसका इस्तेमाल च्युइंग गम और जड़ी बूटियों में भी होता है, जिसकी वजह से बाजार में इसकी खूब माँग है। ड्रैगन फ्रूट में फाइबर, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। यह लोगों का पाचन तंत्र सुधारता है, तनाव से जिन कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है उसकी मरम्मत करता है और शरीर में आई मोटापा को भी कम करता है।