बिहार के जहानाबाद के ऐतिहासिक मगध का हिमालय नाम से लोकप्रिय महमूदपुर अंचल का वाणावर पहाड़ पर लंबे वक्त के बाद रोपवे का निर्माण शुरू हो गया है। पहाड़ी एरिया के हथियाबोर में निर्माण कंपनी ने कैंप कार्यालय खोला है। साथ ही पहाड़ी क्षेत्र में लगे जंगल की सफाई हो गई है। पहाड़ी क्षेत्र में निर्माण कंपनी के कामगारों के द्वारा जगह-जगह पर पहाड़ को ध्वस्त कर पीलिंग किया जा रहा है।
बिहार राज्य पुल निगम ने रोपवे के निर्माण हेतु बंगाल के प्रतिष्ठित कंपनी दामोदर रोपवे निर्माण लिमिटेड को कार्य का जिम्मा सौंपा है। निर्माण कंपनी के कामगार पहाड़ के चिन्हित जगह पर पत्थर को ध्वस्त कर ड्रिल मशीन के जरिए पत्थर में पीलिंग कर रहे हैं। निर्माण एजेंसी के अनुसार सरकार राशि आवंटन अगर लगातार करती है, तो केवल 18 से 24 महीने में रोपवे निर्माण होकर शुरू हो सकता है।
कंपनी के साइड अभियंता विनीत कुमार सिंह खुद पहाड़ी एरिया में सुबह से शाम तक रुक कर कामगारों से काम करा रहे हैं। पहाड़ के नीचे ट्रैक्टर के मदद से कम्प्रेशर बनाकर पाइप के सहयो से ड्रिल मशीन चल रहा है। बहुत जल्द पर्यटक और श्रद्धालु सुलभता से वाणावर पहाड़ का सैर रोपवे से कर पाएंगे और पहाड़ की खुबसूरत वादियों का दीदार करेंगे।
बता दें कि 16 नवंबर 2019 को राज्य सरकार ने कैबिनेट की बैठक में रोपवे निर्माण की मंजूरी दी थी। कि राज्य सरकार इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था, तब से यहां आयोजित कई महोत्सव कार्यक्रमों में प्रदेश सरकार के मंत्री जल्द निर्माण कराने का भरोसा देते रहे हैं। वन विभाग के द्वारा कुछ दिनों तक एनओसी नहीं मिलने से योजना अधर में लटका हुआ था। हालांकि कुछ महीने पहले वन विभाग में रूप में निर्माण हेतु अपनी मंजूरी और एनओसी दे दिया है, जिसके बाद कंपनी के द्वारा रूप में निर्माण कार्य शुरू किया गया।