बिहार की राजधानी पटना में दानापुर-बिहटा एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण और वर्ष 2025 तक आवागमन प्रारंभ होने का रास्ता अब क्लीयर हो गया है। संभावना है कि इसी महीने निर्माण एजेंसी का चयन हो जाएगा। इसके निर्माण में लगभग 3146.58 करोड़ रुपए खर्च होने थे। हालांकि 6 जनवरी 2023 को फाइनेंशियल बिड में सबसे कम लगभग 2161 करोड़ की लागत से निर्माण प्रस्ताव अशोका बिल्डकॉन लिमिटेड ने दिया है। बता दें कि इस फाइनेंसियल विद में 111 एजेंसी आज शामिल हुई जिसमें दूसरा सबसे कम लागत में निर्माण का प्रस्ताव लार्सन एवं ट्रोबो लिमिटेड ने लगभग 2169 करोड़ 54 लाख रुपये का दिया,
अब केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्रालय तमाम पहलुओं की जांच कर निर्माण एजेंसी को जिम्मेदारी देने की घोषणा करेगा।इस भीड़ में जो एजेंसी आए हैं साले उनमें दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड, जेएमसी प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड, नवायुगा, इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड, एनसीसी लिमिटेड, ऐपको इंफ्राटेक प्राली, रेल विकास निगम लिमिटेड, ड्रैपल- ड्रेपर इवरेस्कन जेवी, एफकॉन्स और पीएनसी एसपीएससिपीएल जेवी शामिल है। बता दे कि लगभग 21किमी लंबाई में और 4.08 किमी लंबाई में बिहार की पहली सबसे लंबी फोरलेन एलिवेटेड सड़क दानापुर से बिहटा तक बनेगी। इसमें शिवाला-बिहटा तक वर्तमान सड़क से चार स्थानों पर बाईपास बनेगा।
इस सड़क से बिहटा एयरपोर्ट जाने के लिए एट ग्रेड लिंक रोड का भी प्रावधान है। जिसमें कन्हौली के पास बनने वाले टोल प्लाजा के पास अलग टनल का निर्माण होगा, जो लगभग 600 मीटर ऊंचा होगा। पटना बिहटा एलिवेटेड सड़क की शुरुआत दानापुर आरओबी के पास से होगी। और कन्हौली के पास जमीन पर उतरेगी। आगे एक टोल प्लाजा बनेगा। इसके बाद एलिवेटेड रोड शुरू होगी जो बिहटा जाएगी। उसे स्थान से टनल बनेगा। इसके बनने से राजधानी पटना से बक्सर होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक जाना आसान हो जाएगा। साथ ही बता दें कि अगले 10 वर्षों तक निर्माण एजेंसी इज़के रखरखाव करेगी।