बिहार में सरकारी नौकरी की चाहत रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है। सूबे के प्राथमिक विद्यालयों में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के माध्यम से प्रधान शिक्षक के 40 हजार 556 पदों को भरा जाएगा। इस बाबत बुधवार को अधिसूचना जारी कर दी गई है। योग्य अभ्यर्थी 28 मार्च से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। आवेदन की अंतिम तारीख 22 अप्रैल है।
अधिसूचना के मुताबिक, टोटल 40 हजार 556 पदों में जनरल के लिए 16204, ईडब्ल्यूएस के 4048, एससी के लिए 6477, एसटी के लिए 418, ईबीसी के लिए 7290, बीसी के लिए 4861 एवं बीसी महिला के लिए 1210 पद शामिल हैं। इसके अलावा दिव्यांग के लिए भी चार प्रतिशत सीट रिजर्व है। इसमें दृष्टि बाधित के लिए 421, मूक बधिर के लिए 410, अस्थि दिव्यांग के लिए 397 एवं मनोविकार-बहुदिव्यांग के लिए 392 पद शामिल है। स्वतंत्रता सेना के नाती-पोते के लिए 810 पद तय किए गए हैं। बहाली से जुड़ी हुई किसी भी जानकारी के लिए अभ्यर्थी आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.bpsc.bih.nic.in/ पर विजिट कर सकते हैं।
बिहार के मूल निवासी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए साल 2012 या उससे पहले नियुक्त शिक्षकों को दक्षता परीक्षा पास होना अनिवार्य है। राज्य व केंद्र सरकार द्वारा आयोजित होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा कक्षा एक से पांच, कक्षा छह से आठ में शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए आयोजित होने वाली पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है। बहाली के बाद अभ्यर्थियों को प्रत्येक माह प्रारंभिक वेतन के तौर पर 30 हजार 500 रूपए मिलेगा। समय दर समय इसमें बढ़ोतरी भी होगी।
आयोग ने अधिसूचना में स्पष्ट किया है कि अभ्यर्थी के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 50 फीसद अंकों के साथ ग्रेजुएशन, रिजर्व कैटेगरी के लिए पांच प्रतिशत की छूट का प्रावधान है। साथ ही मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विवि, पटना- बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड की आलिम की डिग्री एवं कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि की शास्त्री की डिग्री को स्नातक के बराबर माना जाएगा। अभ्यर्थी के पास मान्यता प्राप्त संस्थान से डीएलएड, बीटी, बीएड, बीएएड, बीएससी एड, बीएलएड का प्रमाण पत्र होना जरूरी है।