Bihar Online Treatment: बिहार के मरीजों को अब ओपीडी में उपचार के लिए न किसी अस्पताल जाने की जरूरत है और ना ही किसी खर्च की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग ने घर पर ही उपचार की सुविधा पहुंचाने के लिए ओपीडी सेवा की शुरुआत कर दी है। इ-संजीवनी एप और टेलीमेडीसिन से बिहार के एवरेज 20 हजार रोगी ओपीडी सेवा का फायदा उठा रहे हैं। ऐसे रोगियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर लंबी लाइन में खड़े होने की जरूरत भी नहीं है।
परामर्श की टाइमिंग।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सुदूर गांव या सिटी के रोगियों को सोमवार से शनिवार तक ओपीडी की सेवा दी जा रही है। इसमें सुबह के नौ बजे से शाम चार बजे तक मरीजों को फ्री इ-संजीवनी और टेलीमेडीसिन के जरिए ओपीडी का सलाह (Bihar Online Treatment) दिया जा रहा है। संजय कुमार सिंह (कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति) ने बताया कि अब तक टेलीमेडिसीन के जरिए सूबे में 29 लाख 10 हजार रोगियों को परामर्श दिया गया है, वहीं इ-संजीवनी एप के जरिए 64 हजार 500 मरीज इसका फायदा उठा चुके हैं।
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निःशुल्क मिलेगी दवा।
संजय कुमार सिंह ने जानकारी दी कि टेलीमेडिसिन के लिए मरीज को अपने ही गांव के स्वास्थ्य उपकेंद्र पर जाना है। वहां पर सीएचओ या एएनएम के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Bihar Online Treatment) के जरिए रोगियों की डॉक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करायी जाती है। इसके साथ ही डाक्टर द्वारा दिये गये परामर्श के मुताबिक उपलब्ध दवा मरीज को फ्री में मिल जाती है।
प्ले स्टोर से डाउनलोड करें इ-संजीवनी।
कोई भी व्यक्ति इ-संजीवनी एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर उसके जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के सहयोग से डॉक्टरों से परामर्श (Bihar Online Treatment) ले सकता है। गांव के रोगियों को इस सुविधा का खूब फायदा मिल रहा है। सीएम नीतीश कुमार के सात निश्चय पार्ट-टू में सुदूर इलाकों में इसके जरिए इलाज की सुविधा सुलभता से पहुंचायी जा रही है।