देश के किसानों के लिए पशुपालन आमदनी का बेहतरीन स्रोत साबित हो रहा है। इसी के मद्देनजर सरकार इस बिजनेस को अपनाने के लिए किसानों को निरन्तर प्रोत्साहित कर रही है। राज्य सरकार समग्र गव्य विकास स्कीम के तहत किसानों को पशुपालन हेतु बंपर अनुदान दे रही है।
बता दें कि समग्र गव्य विकास योजना के तहत किसानों, बेरोजगारों और महिलाओ को दो से चार पशुओं के लिए डेयरी प्लांट खोलने पर वित्तीय सहयोग दिया जा रहा है। योजना के अंतर्गत एससी/एसटी और ओबीसी वर्ग के लोगों को सरकार से 75 फीसदी तक अनुदान दी जा रही है। वहीं, सामान्य श्रेणी के किसानों को 50 फीसदी तक की अनुदान मिल रही है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए बिहार का स्थाई निवासी होना चाहिए। इसके साथ ही 18 वर्ष कम आयु के लोग इस योजना का लाभ नहीं ले सकेंगे। अगर परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में है तो आप इस योजना के योग्य नहीं हैं। इसके साथ परिवार में कोई आयकर दाता नहीं होना चाहिए। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान https://dairy.ahdbihar.in पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।
बता दें कि केंद्र सरकार भी डेयरी बिजनेस को बढ़ावा देने हेतु डेयरी उद्यमिता विकास योजना के अन्तर्गत किसानों को अनुदान देती है, इस योजना के अंतर्गत नाबार्ड डेयरी फार्म खोलने को किसानों को 25 फीसदी तक की अनुदान देता है। वहीं, इसी काम के लिए एसटी / एससी किसानों को 33.33 फीसदी तक की अनुदान दी जाती है। नाबार्ड की इस योजना के किसान, गैर सरकारी संगठन, व्यक्तिगत उद्यमी और कंपनियां आवेदन कर सकती हैं।