पटना के बिहटा में सिविल एनक्लेव के निर्माण को मंजूरी मिल गई है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय की कमिटी के अधीन लगभग एक साल से विचाराधीन इस प्रस्ताव को वित्तीय स्वीकृति मिल गयी है और शीघ्र ही इसके लिए निविदा जारी होगा। टेंडर राशि तकरीबन 900 करोड़ रुपये तक रहने की उम्मीद है। हलांकि तीन वर्ष पूर्व जब इसके निर्माण का डीपीआर तैयार हुआ था तो अनुमानित लागत लगभग 800 करोड़ रुपये था। मगर अब निर्माण कार्य आरंभ होने में तकरीबन तीन सालों की देरी के चलते बढ़ कर लगभग 900 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है।
बिहटा में सिविल एनक्लेव के निर्माण हेतु प्रदेश सरकार के द्वारा 108 एकड़ भूमि एयरपोर्ट ऑथोरिटी को सौंपी गयी है। इसके बाद इस जमीन को एयरपोर्ट ऑथोरिटी ने चारदीवारी निर्माण हेतु बिहार स्टेट बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड को दिया जिसने तकरीबन 7 करोड़ रुपये में चारदीवारी का निर्माण पूर्ण कर लिया है। ऑथोरिटी को भूमि मिलने के बाद ही इस प्रोजेक्ट को वित्तीय स्वीकृति देने का रास्ता साफ हुआ। जब तक निर्माण जगह की भूमि अधिकार में नहीं हो, तब तक निर्माण कार्य से जुड़ा कोई भी प्रस्ताव को पूर्ण करना असंभव है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी को पार्किंग निर्माण हेतु मांगी गई 8 एकड़ जमीन नहीं मिली है। इसके मिल जाने के बाद डीपीआर के अनुसार बिहटा में सिविल एनक्लेव का निर्माण संभव हो पाएगा। यहां दो मंजिला सिविल एनक्लेव निर्माण की तैयारी है। सॉरी मैं यह एक फलोर का होगा और इसकी कैपेसिटी सालाना 25 लाख यात्री की होगी। आवश्यकता अनुसार बाद में दो मंजिला बनाकर इस की कैपेसिटी को दोगुना यानी सालाना 50 लाख किया जा सकता है।
बिहटा एयरपोर्ट का मौजूदा रनवे 2500 मीटर लंबाई में है। इस पर बड़े कार्गों विमान और जंबो जेट नहीं उतर सकते हैं। इसके लिए 3500 मीटर लंबाई में रनवे जरुरी है। रनवे को 1000 मीटर बढ़ाने के लिए 191.5 एकड़ भूमि चाहिए। हलांकि यह अधिग्रहण काफी मुश्किल होगा क्योंकि पूरब की तरफ जिधर रनवे का विस्तार करना है उधर सुफुरदुनीपुर गांव है, जहां बड़ी आबादी को हटाकर रनवे का विस्तार करना आसान बात नहीं है।