बिहार के एकमात्र डॉ एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी के भवन का निर्माण अगले साल मई तक पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही अत्याधुनिक उपकरणों से लैस आम जनों के लिए दिसंबर 2023 तक मुहैया करवा दिया जाएगा। पटना सिटी के मालसलामी में बने छह मंजिला ऑफिसर सामुदायिक भवन 27 से 29 दिसंबर के बीच आयोजित होने वाले प्रकाश पर्व के लिए तमाम सुविधाओं सहित उपलब्ध होगा। इस बात की जानकारी भवन निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक में शनिवार को सामने आई है। इस बैठक की अगुवाई भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी कर रहे थे।
मंत्री अशोक चौधरी ने इस मीटिंग के दौरान मेगा परियोजना की प्रगति तथा सात निश्चय योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। साथ ही योजनाओं को निर्धारित अवधि पर गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के आदेश दिये। इस बैठक में मुख्य रूप से मालसलामी का सामुदायिक भवन, साइंस सिटी सेंटर, पटना के फुलवारी का परिवहन परिसर व अन्य बड़ी भवन परियोजनाओं की समीक्षा हुई।
राजधानी के राजेंद्र नगर स्थित मोइनुल हक स्टेडियम के पास डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी लगभग 20.48 एकड़ भूमि पर करीब 400 करोड़ खर्च कर हो रहा है। 2019 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था। इसे 2020 के आखिर तक बनने की समय तय थी, परंतु कोरोना के चलते इसमें देरी हुई। अब भवन का निर्माण मई 2023 तक पूर्ण होगा। इसके बाद विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के साथ समन्वय बनाकर इसे डेवलप किया जाएगा और दिसंबर 2023 तक अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित इस परिसर को आमजनों के लिए उपलब्ध करवा दिया जायेगा।
सीएम नीतीश कुमार ने बीते माह मालसलामी में नवनिर्मित छह मंजिला ओपी साह सामुदायिक भवन का मुआयना किया था। उन्होंने 27 और 29 दिसंबर के बीच आयोजित प्रकाश पर्व में पहुंचने वाले भक्त जन की सुरक्षा, साफ-सफाई व सोलर प्लेट लगाने का आदेश दिया था। करीब 95.91 करोड़ की लागत से इस सामुदायिक भवन का निर्माण 19,500 वर्गमीटर में किया गया है। इसकी नींव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 8 अगस्त 2020 को रखीं थीं।