पटना में बने मरीन ड्राइव के बाद अब बिहार के लखीसराय जिले में भी किऊल नदी के किनारे मरीन ड्राइव बनाने को लेकर मांग उठने लगी है। दरअसल, शहर में एक मात्र मुख्य सड़क रहने के कारण लोगों को प्रतिदिन जाम की समस्या से जुझना पड़ता है। अब शहर में जाम की समस्या से निजात के लिए नदी के किनारे मरीन ड्राइव बनाने के लिए लोगों की मांग उठने लगी है। हालांकि मरीन ड्राइव बनने से शहर के व्यवसायी भी खुशहाल हो जायेंगे। इसके साथ ही शहर में लगने वाली जाम की समस्या से लोगों को मुक्ति मिल पायेगा।
पिछले दिनों जिला प्रशासन ने प्रस्तावित वन वे ट्रैफिक सिस्टम का ट्रायल किया था, जिससे लोगों को 3-4 दिनों तक जाम से बहुत राहत मिली थी, किन्तु इस दौरान एक तरह से लंबी दूरी एवं वाहनों के द्वारा अधिक भाड़ा वसूलने के कारण शहर के व्यवसायियों एवं अन्य बुद्धिजीवियों के द्वारा उक्त वन वे ट्रैफिक सिस्टम का जिला प्रशासन के साथ बैठक में विरोध किया गया, जिसके बाद जिला प्रशासन ने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया। वहीं अब शहर को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए नदी के किनारे मरीन ड्राइव बनने हेतु लोगों की मांग उठने लगी है। साथ ही मरीन ड्राइव बनने से गरीब लोगों को रोजगार का भी अवसर मिल जायेगा।
मरीन ड्राइव निर्माण हेतु कई सालों से बुद्धिजीवियों द्वारा मांग उठायी जा रही है, लेकिन जनप्रतिनिधियों के उदासीनता की वजह से इस ओर पहल नहीं हो रहा है। लोगों का ऐसा मानना है कि कवैया मोड़ से नगर परिषद स्थित छगनलाल घाट पर मरीन ड्राइव बनने से लोगों को जाम की समस्या नहीं झेलना पड़ेगा। मरीन ड्राइव होकर पैदल या बाइक से लोगों का आवागमन हो सकते हैं। मरीन ड्राइव के बनने से शहर की सुंदरता के साथ-साथ लोगों की आवागमन में भी ज्यादा परेशानी नहीं होगी। वहीं, शहर के व्यवसायी पवन कुमार ने बताया कि मरीन ड्राइव के निर्माण के बाद लोगों को आवागमन की सुविधा हो जायेगी। इस पर स्थानीय सांसद व विधायक द्वारा पहल किया जाना चाहिए।