राजधानी पटना की सड़कों पर 25 नई सीएनजी बसें दौड़ेगी। टेंडर पूरा हो गया है और कंपनी को सप्लाई आर्डर के लिए भी कहा जा चुका है। इन बसों की आपूर्ति दो कंपनी मिलकर करेगी। अगले महीने के आखिर तक बिहार परिवहन निगम की बसों में ये बसें शामिल हो जाएगी। शहर की सड़कों पर चलने वाली यह पहली एसी सीएनजी बसें होगी। फिलहाल शहर की सड़कों पर 70 सीएनजी बसों का परिचालन हो रहा है। इनमें 20 ऐसी बसे हैं जिनको डीजल से सीएनजी में बदला गया है।
बता दें कि 145 नई सीएनजी बसों का परिचालन शहर में होगा। इनमें 25 सी बसें होंगी। इनमें 75 बसें बीएसआरटीसी लाएगी जिनमें 25 एसी और बाकी के 50 नॉन एसी होगी। निजी बस मालिकों द्वारा 50 सीएनजी बसें लाई जा रही है। डीटीओ के द्वारा हर बस मालिक को अनुदान राशि के तौर पर 7.5 लाख रुपए स्वीकृत हुआ है। शहर की सड़कों पर इस महीने के अंत तक ये बसें दौड़ती नजर आएगी। चरणबद्ध तरीके से प्राइवेट पीली सिटीराइड बसों को बाहर करने की अभियान का हिस्सा है।
स्पेशल 20 दिव्यांग सीएनजी बसें आ रही हैं, इन बसों में दिव्यांगों को उनके ट्रायसाइकिल समेत ले जाने की सुविधा रहेगी। एक से ज्यादा वेंडर नहीं मिलने की वजह से गत डेढ़ सालों से इनका टेंडर पूरा नहीं हो सका है और छठी दफा पिछले महीने का टेंडर निकाला गया है। अगर टेंडर पूरा हो जाता है, तो 2 से 3 महीने बाद शहर में यह बसें भी आ जाएगी।
बता दें कि शहर में नई सीएनजी बसें आने के बाद पटना जंक्शन से बैरिया के लिए हर 10 से 20 और 30 मिनट पर बसें चलेंगी। पटना जंक्शन से बढ़िया की ओर जाने वाले यात्रियों को सहूलियत होगी और उन्हें ऑटो रिक्शा के मुकाबले सस्ता परिवहन उपलब्ध होगा। इस रूट में सफर करने वाले यात्रियों को 15 रुपए देने होंगे।