मछलियां खरीदते समय ज्यादातर लोग ताजी और फ्रेश मछलियां खरीदाना ही पसंद करते हैं। ऐसे लोगों के लिए अच्छी खबर है। कोसी के तीन जिलों में लोग लाइव मछलियों की खरीदारी कर सकेंगे। सरकार इसके लिए हाईटेक बाजार बनाने जा रही है। लाइव फिश वेडिंग सेंटर के माध्यम से लोक ताजी मछलिया खरीद सकेंगे।
कोसी इलाके में जहां पीएम मत्स्य संपदा योजना बा मुख्यमंत्री मत्स्य विकास योजना से मत्स्य पालन की कई योजनाएं पर काम हो रहा है, वहीं मछली पालकों के रोजगार के लिए सरकार लगातार ठोस पहल कर रही है। इस क्षेत्र में ब्लॉक स्तर पर मछली बिक्री के लिए आउटलेट बनाए जाएंगे वहीं वहीं कोसी क्षेत्र के प्रमंडल और जिला मुख्यालय में मछली बिक्री की हाइटेक व्यवस्था होगी। मछली की बिक्री के लिए आउटलेट बनाए जाएंगे। इन जगहों पर विदेशों और महानगरों की तर्ज पर लाइव फिश वेडिंग सेंटर बनाए जाने की योजना पर विचार हो रहा है। इसके शुरू हो जाने से लोग अपने पसंद की मछली को देखकर मशीन में पैसे डालकर खरीद सकेंगे।
कोसी इलाके में केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से तालाब निर्माण, आद्रभूमि में तालाब, मत्स्य विपणन, मछली का जीरा उत्पादन, फिश फीड मिल स्थापना, नर्सरी तालाब, आदि के लिए के लिए कई योजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। इन योजनाओं के साथ ही केसीसी और बीमा की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इन योजनाओं को मछली पालकों को लाभ देने के लिए उत्पादन स्थल पर जाकर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इसे मछली पालकों को लाभ होने की उम्मीद बढ़ गई है।
सरकार शहरी क्षेत्र में लाइव फिश वेडिंग सेंटर की स्थापना के लिए मत्स्यपालकों को सब्सिडी भी देगी। पुरुष मत्स्यपालकों को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत लागत मूल्य पर प्रति यूनिट 40 प्रतिशत तथा महिला और अनुसूचित जाति/जनजाति को 60 प्रतिशत अनुदान का लाभ दिया जाएगा।
सहरसा के जिला मत्स्य पदाधिकारी अंजनी कुमार ने बताया कि कोसी इलाके में मछली पालन की असीम संभावनाएं हैं। योजनाबद्ध तरीके से मत्स्य पालन और बिक्री से किबा की स्थिति में सुधार होगा वहीं क्षेत्र की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत लाइव फिश वेडिंग सेंटर खोले जाने की योजना है, जिससे क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे।