UPSC देश की सबसे मुश्किल परीक्षा मानी जाती है। IAS बनने के लिए अभ्यर्थी यूपीएससी की तैयारी में अपने जीवन के कई वर्ष गुजार देते हैं, सालों भर कोचिंग क्लासेस में इसकी तैयारी करते हैं। इसके बावजूद भी कई अभ्यर्थी को निराशा हाथ मिलती है, लेकिन कई आईएस ऐसे भी होते हैं जो अपने सेल्फ स्टडी के बलबूते ही UPSC की परीक्षा फतह कर लेते हैं। एक ऐसे ही कहानी तपस्या परिहार की है, जिन्हें कोचिंग के बाद मिली असफलता से सेल्फ स्टडी की फिर बन गई IAS अधिकारी।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर से आने वाली तपस्या परिहार अपनी 12वीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय से की, इसके बाद लॉ की पढ़ाई के लिए पुणे के सोसायटी लॉ कॉलेज चली गई। वहां से उन्होंने वकालत की डिग्री ली। फिर तपस्या का मन यूपीएससी परीक्षा देने का हुआ, लिहाजा उन्होंने आईएएस बनने के लिए सिविल सर्विसेज की तैयारी करने लगी। इसके लिए तपस्या ने कोचिंग क्लासेस को ज्वाइन किया, पहले प्रयास में तपस्या को मिली सफलता ने हौसले को परास्त कर दिया।
पहले प्रयास में मिली असफलता के पश्चात तपस्या ने अलग रणनीति अपनाई। इसके लिए उन्होंने कोचिंग क्लासेस को छोड़ सेल्फ स्टडी पर पूरा ध्यान केंद्रित किया, इसके लिए उन्होंने ज्यादा से ज्यादा नोट्स और आंसर पेपर सॉल्व करके, सिविल सर्विसेज की तैयारी को जारी रखा। अब वक्त यूपीएससी परीक्षा का था, तपस्या ने यहां अपने सफलता का परचम लहराते हुए संघ लोक सेवा आयोग के 2017 के परिणाम में 23वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बन गई।
समान पृष्ठभूमि से आने वाली तपस्या परिहार के पिता पेशे से किसान है, चाचा एक सोशल वर्कर है। लिहाजा तपस्या को भी उनका संपूर्ण समर्थन मिला। उन्होंने यूपीएससी तैयारी को लेकर अपने परिवार से यह बातें साझा कि उनके परिवार ने भी उनका खूब सपोर्ट किया। इसी महीने तपस्या परिहार ने आईएफएस अधिकारी गंभीर गवार से शादी कर ली हैं।